3 साल से नहीं खेला है Team India के लिए एक भी टेस्ट, फिर भी रणजी में साबित हो रहा है बेस्ट, एक पारी में जड़ डाले 152 रन
Published - 20 Oct 2024, 10:22 AM

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भारतीय क्रिकेट (Team India) में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार शुरुआत की, लेकिन कुछ समय के बाद ही उनका टीम से पत्ता कट गया। इन खिलाड़ियों को वापसी के लिए कई वर्षों तक इंतजार करना पड़ता है। इस समय भारतीय चयनकर्ता उस खिलाड़ी को नजरअंदाज कर रहे हैं जिसने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से भारत को जीत दिलाई है। टेस्ट में 66 से ज्यादा की औसत से रन बनाने वाले इस खिलाड़ी को पिछले तीन साल से असीमित ओवर के क्रिकेट में मौका नहीं मिला है। जबकि उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में शानदार प्रदर्शन कर टेस्ट के लिए खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित किया है।
3 साल से नहीं खेला है Team India के लिए एक भी टेस्ट
भारत में रणजी ट्रॉफी 2024-25 का रोमांच शुरू हो चुका है। 18 अक्टूबर से दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में दिल्ली और तमिलनाडु के बीच भिड़ंत हुई। हिम्मत सिंह की अगुआई में मेजबान टीम का प्रदर्शन बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा। नारायण जगदीशन की कप्तानी वाली टीम ने पहली पारी में धमाकेदार बल्लेबाजी कर 6 विकेट के नुकसान पर 674 रन बनाए और अपनी पारी घोषित कर दी। इस स्कोर में भारतीय ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर का अहम योगदान रहा। दिल्ली के गेंदबाजों की कुटाई करते हुए उन्होंने शतकीय पारी खेली।
बॉर्डर-गावस्कर में किया था प्रभावशाली प्रदर्शन
वॉशिंगटन सुंदर ने 269 गेंदों का सामना करते हुए 152 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 19 चौके और एक छक्का निकला। उनकी इस पारी से भारतीय फैंस भी काफी प्रभावित नजर आए। पिछले कुछ समय से वॉशिंगटन सुंदर का घरेलू क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन रहा है। इसके बावजूद भारतीय चयनकर्ता उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका नहीं दे रहे हैं। भारत के लिए उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच साल 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस फॉर्मेट में बतौर बल्लेबाज वॉशिंगटन सुंदर ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
टेस्ट में बनाए हैं 65 से भी ज्यादा की औसत से रन
वॉशिंगटन सुंदर को भले ही चार टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है, लेकिन इस दौरान उन्होंने छह पारियों में 66.25 की अविश्वसनीय औसत से 265 रन बनाए हैं। इसमें तीन अर्धशतक शामिल है। साल 2021 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मैच में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 62 रन और दूसरी पारी में 22 रन जड़े। इसके बाद 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच में भी वॉशिंगटन ने शानदार बल्लेबाजी की थी। हालांकि, पिछले तीन साल से वह टेस्ट टीम में जगह नहीं बना पा रहे हैं। जबकि प्रथम श्रेणी में बेहतरीन प्रदर्शन कर उन्होंने अपनी योग्यता कई बार साबित की है।
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