VVS Laxman: मौजूदा समय में भारतीय टीम की 'बेंच स्ट्रेंथ' देखकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है. बीते 2 साल से भारत एक साथ 2-2 विदेशी दौरे एक साथ कर रहा है. लेकिन, इसी बीच राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने एक बड़ा बयान दिया है. उनका (VVS Laxman) मानना है कि भारतीय क्रिकेट को अगले स्तर तक ले जाने के लिए विश्व स्तरीय कोचों और अन्य सहयोगी स्टाफ का बड़ा ‘पूल’ तैयार करना भी काफी अहम है. इसे बारे में उन्होंने क्या कुछ कहा है, आइये जानते हैं.
मजबूत 'बेंच स्ट्रेंथ' के अलावा VVS Laxman ने अन्य सहयोगी स्टाफ को लेकर रखी अपनी बात
राहुल द्रविड़ के बाद पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज लक्ष्मण को दिसंबर में एनसीए की कमान सौंपी गई थी. इसके बाद से वो लगातार अपने पद पर रहते हुए खिलाड़ियों को ट्रेंड कर रहे हैं. हाल ही में उन्हें आयरलैंड के खिलाफ भारतीय टीम के साथ कोच के तौर पर भेजा गया था. इस दौरे पर टीम इंडिया ने 2 मैचों की सीरीज में आयरिश टीम का 2-0 से सूपड़ा साफ किया था.
बीते गुरूवार को वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने बीसीसीआई की शीर्ष परिषद बैठक में भारतीय क्रिकेट के लिए अपने दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए कहा, "
एनसीए में अभी ये मेरे शुरूआती दिन हैं लेकिन, मेरा फोकस सिर्फ खिलाड़ियों तक ही सीमित नहीं है. मजबूत 'बेंच स्ट्रेंथ' बनाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी कोचों और अन्य सहयोगी स्टाफ की मजबूत 'बेंच स्ट्रेंथ' तैयार करना महत्वपूर्ण है."
सहयोगी और कोचों का भी स्टाफ मजबूत होना जरूरी
वीवीएस (VVS Laxman) ने इस सिलसिले में आगे बातचीत करते हुए कहा,
"यह देखते हुए कि खेल कितना पेशेवर बन गया है और इन दिनों कितना क्रिकेट खेला जाता है, तो शीर्ष स्तरीय कोचों और फिजियो और वैज्ञानिक चिकित्सा विशेषज्ञ की मांग बढ़ना भी लाजमी है.
यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम एनसीए में ऐसा कार्यक्रम शुरू करें जिससे भारतीय प्रतिभाओं को इस विभाग में भी खुद को अभिव्यक्त करने में मदद मिल सके."
वीवीएस के नेतृत्व में भारत ने जीता था अंडर-19 विश्व कप
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लक्ष्मण (VVS Laxman) एनसीए में जिम्मेदारी संभालने के तुरंत बाद ही भारतीय अंडर-19 टीम के साथ कैरेबियाई दौरे पर गए थे. उन्हें के अगुवाई में टीम इंडिया ने अंडर-10 विश्व कप का खिताब भी अपने नाम किया था. विदेशी सरजमीं पर युवाओं ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपना जलवा बिखेरा था.