Virender Sehwag: वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) को आज भी क्रिकेट जगत में सबसे विस्फोटक बल्लेबाज के तौर पर याद किया जाता है। उन्होंने अपना पूरा क्रिकेटिंग करियर आक्रमक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए पूरा किया। उन्हें मैदान पर देखने के लिए फैंस हमेशा से ही उत्साहित रहते थे। सहवाग ने तो काफी सालों पहले इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था लेकिन उनकी कमी को पूरा करने के लिए उनके बेटे आर्यवीर सहवाग (Aaryavir Sehwag) ने दस्तक दे दी है। भारत के एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करके आर्यवीर सुर्खियों में आ गए हैं।
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17 की उम्र में ठोका दोहरा शतक
कूच बिहार ट्रॉफी (Kooch Behar Trophy) में खेल रहे हैं और दिल्ली की अंडर-19 टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में अपने पिता वीरेंद्र सहवाग की तरह की तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए धमाकेदार पारी खेली है। आर्यवीर ने 309 गेंदों में 51 चौक्के और 3 छक्कों की मदद से 297 रन बनाए। उन्होंने अपना दोहरा शतक 229 गेंदों में पूरा किया था। इस पारी के दौरान आर्यवीर सहवाग की बल्लेबाजी में उनके पिता की वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) की झलक दिखाई दी।
Virender Sehwag ने की जमकर तारीफ
आर्यवीर की इस पारी के बाद वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "बहुत बढ़िया आर्यवीर। 23 रन से फेरारी से चूक गए। लेकिन बहुत अच्छे, अपने अंदर इस आग को जगाए रखो। आप कई और बड़े शतक, दोहरे शतक और तिहरे शतक कर सकते हैं। खेल जाओ..".इससे पहले ही सहवाग मीडिया के सामने अपने बेटे आर्यवीर सहवाग को लेकर खुलकर बात कर चुके हैं।
दिल्ली ने लगाया रनों का अंबार
कूच बिहार ट्रॉफी में खेले जा रहे दिल्ली और मेघालय के बीच इस मुकाबलें की बात करें तो आर्यवीर सहवाग की शानदार पारी की बदौलत दिल्ली की टीम ने मेघालय की पहली पारी (260) के जवाब में अपनी पारी 623 रनों पर घोषित कर दी। दिल्ली के लिए पहली पारी में उधव मोहन ने सबसे ज्यादा 4 विकेट चटकाए थे।
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