भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज Virender Sehwag को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिए सात साल होने वाले हैं। उन्होंने अक्टूबर 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का मुश्किल फैसला किया था।
संन्यास लेने के कई सालों बाद वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज के शो 'मैच पार्टी' पर खुलासा किया है कि जब 2008 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से MS Dhoni ने उन्हें वनडे टीम से ड्रॉप कर दिया था उन्होंने तभी वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था, लेकिन सचिन की सलाह ने उनके इस फैसले को बदल दिया।
रिटायरमेंट की बाद मेरे दिमाग में आई थी: Virender Sehwag
क्रिकबज के शो 'मैच पार्टी' पर वीरेंद्र सहवाग ने खुलासा किया है कि जब 2008 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से MS Dhoni ने उन्हें वनडे टीम से ड्रॉप कर दिया था उन्होंने तभी वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था।
"2008 में जब हम ऑस्ट्रेलिया में थे, रिटायरमेंट की बाद मेरे दिमाग में आई थी। मैंने टेस्ट सीरीज में कमबैक किया था और 150 रन बनाए थे। वनडे इंटरनेशनल सीरीज में मैं तीन मैचों में अच्छा स्कोर नहीं बना पाया था। जिसके बाद एमएस धोनी ने मुझे प्लेइंग XI से ड्रॉप कर दिया था। तब मेरे मन में वनडे क्रिकेट छोड़ने का ख्याल आया था।"
Virender Sehwag का करियर बचाने में सचिन ने निभाई अहम भूमिका
वीरेंद्र सहवाग ने आगे कहा कि सचिन ने उन्हे एक सलाह दी और उनकी सलाह ने सहवाग के इस फैसले को बदल दिया। उन्होंने कहा,
"तब मैंने सोचा था कि मैं बस टेस्ट क्रिकेट खेलूंगा। उस समय सचिन तेंदुलकर ने मुझे रोका था। उन्होंने मुझसे कहा था कि यह तुम्हारे करियर का खराब दौर है, सिर्फ इंतजार करो, इस टूर के बाद घर वापस जाओ, उसके बाद इस बारे में गहराई से सोचो और फिर फैसला लो कि तुम्हें आगे क्या करना है।"
ऐसा रहा Virender Sehwag का करियर
अगर वीरेंद्र सहवाग के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने, 245 ओडीआई मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 15 शतक और एक दोहरे शतक के साथ 8273 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका 104.34 का स्ट्राइक रेट और 35.06 का औसत रहा। वह टेस्ट मैच की 180 पारियाँ खेल चुके हैं। अपने टेस्ट करियर में वीरेंद्र ने 8586 रन जोड़े। इसके अलावा 19 टी 20 इंटरनेशनल और 104 आईपीएल मैचों में उन्होंने क्रमश: 394 और 2728 रन बनाए।