बीते कुछ दिनों में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपने कुछ फैसलों से पूरे विश्व क्रिकेट को चौका कर रख दिया. पहले तो उन्होंने टी-20 विश्व कप के बाद खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया और फिर उसके 2 दिन के बाद उन्होंने इस आईपीएल के बाद आरसीबी की कप्तानी पद से पीछे हटने का ऐलान कर दिया. अब विराट ने खुद अपने इन फैसलों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है.
2019 से ही कप्तानी छोड़ने के लिए सोच रहा था: विराट कोहली
विराट कोहली ने कहा है कि उन्होंने अपने आरसीबी टीम के साथी और अच्छे दोस्त एबी डिविलियर्स के साथ इस बारे में बात की थी. स्टार बल्लेबाज ने जोर देकर कहा कि वह एक शांतिपूर्ण वातावरण चाहते थे और इसने अंततः उन्हें आरसीबी की कप्तानी छोड़ने के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया.
स्टार स्पोर्ट्स के साथ हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया, इस फैसले के बारे में मैंने 2019 में एबी से बात की थी. यह कोई नई बात नहीं है. आईपीएल के साथ, मैं हमेशा ऐसी जगह पर था जहां मैं शांतिपूर्ण माहौल बनाना चाहता था. हमारे बीच यह चर्चा हुई और फिर मैंने सोचा कि हम इसे एक और साल देंगे. प्रबंधन का पुनर्गठन हुआ और 2020 में चीजें काफी बेहतर थीं. मुझे उस चरण में थोड़ा और आराम महसूस हुआ.
विराट की कप्तानी में खेलना मेरा सौभाग्य : एबी डिविलियर्स
एबी डिविलियर्स ने विराट की कप्तानी पर खुल कर कहा है कि उन्हें उनके नेतृत्व में खेलने का मुझे सौभाग्य मिला है. कप्तान के रूप में विराट कोहली का प्रदर्शन अविश्वसनीय रहा है. मुझे उनके अन्दर खेलने का सौभाग्य मिला है. मैं पिछले कुछ वर्षों से उनका काफी बड़ा प्रशंसक रहा हूं, क्योंकि उन्होंने भारतीय टीम और आईपीएल की कप्तानी के दवाब को जिस तरह से मैनेज किया है. मुझे लगा कि यह एक ऐसा माहौल हो सकता है जहां वह थोड़ी मस्ती कर सके.
विराट चाहते है,भारतीय क्रिकेट से एक कदम दूर और सभी दोस्तों के साथ आईपीएल में टी20 में थोड़ी मस्ती करें और फिर सभी प्रारूपों में भारत के साथ उच्च दबाव वाले माहौल में जाएं.
इस साल अभी तक रहा है शानदार प्रदर्शन
विराट की कप्तानी वाली रॉयल चेलेंजर्स बैगलोर का प्रदर्शन इस साल काफी शानदार रहा है. इस सीज़न में कुछ प्रभावशाली जीत हासिल करके टीम ने अपना दबदबा कायम किया है. RCB ने प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया है, जहाँ उनका मुकाबला कोलकाता नाईट राइडर्स साथ 11 अक्टूबर को होगा.आरसीबी ने खुद को इस संस्करण के सबसे कठिन दावेदारों में से एक के रूप में प्रस्तुत किया है. टीम ने लीग मुकाबलों में 14 मुकाबलों में कुल 9 जीत के साथ 18 अंक प्राप्त किये और वो अंक तालिका में तीसरे पायदान पर रही.