Virat Kohli भारतीय टेस्ट के इतिहास के अबतक के सबसे सफल कप्तान है। उनकी कप्तानी के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं। लेकिन उनके टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद ही इंडियन टेस्ट क्रिकेट में भारत बनाम श्रीलंका सीरीज से बदलाव की बयार चल पड़ी है। इस सीरीज से ही रोहित शर्मा पहली बार क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में कप्तानी की शुरुआत करने वाले हैं।
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) लिमिटेड ओवर में एक बेहतरीन कप्तान के तौर पर खुद को साबित कर चुके हैं, लेकिन अभी टेस्ट क्रिकेट में उनको कप्तानी की अग्नि परीक्षा देनी बाकी है। ऐसे में पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि रोहित को विराट कोहली की वजह से टेस्ट कप्तानी करने में कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी।
रोहित शर्मा के टेस्ट कप्तानी भविष्य पर बोले गंभीर
भारत और श्रीलंका के बीच आज यानी 4 मार्च से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल शुरू होने से पहले स्टार स्पोटर्स पर गौतम गंभीर ने कहा कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपनी कप्तानी के दौरान टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया को काफी मजबूत कर दिया है। ऐसे में रोहित शर्मा को इस फॉर्मेट में कप्तानी करने में कोई परेशानी नहीं होगी। गौतम ने कहा कि
"मुझे ऐसा नहीं लगता कि रोहित को टेस्ट कप्तानी में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि रेड बॉल क्रिकेट में रोहित शर्मा के लिए यह कोई बड़ी चुनौती नहीं होगी। अगर चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की बात करें तो आपके पास हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं। अय्यर ने टेस्ट क्रिकेट की शानदार शुरुआत की थी।"
Virat Kohli ने गेंदबाजी क्रम को किया मजबूत - गौतम गंभीर
साथ ही गौतम गंभीर का मानना है कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपनी कप्तानी के दौरान भारत के गेंदबाजी क्रम को सुदृढ़ किया है। रविचन्द्रन आश्विन। रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शामी और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी पर गंभीर का कहना है कि,
"जब आपके पास अश्विन, जडेजा, शमी, बुमराह हों, तो यह मुश्किल नहीं होता। गेंदबाज आपको मैच जीतते हैं, बल्लेबाज मैच को सेट करते हैं। विराट कोहली ने भारत की गेंदबाजी की ताकत विकसित की है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह रेड-बॉल क्रिकेट में रोहित शर्मा के लिए।" मुश्किल होना चाहिए।