Virat Kohli: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) आईपीएल 2022 के अब तक हर सीजन में आरसीबी के लिए खेले हैं. इसके अलावा वो किसी भी फ्रेंचाइजी का हिस्सा नहीं रहे हैं. साल 2008 में जब इस टूर्नामेंट की नींव रखी गई तब उन पर आरसीबी ने भरोसा जताया और इसके बाद वो इसी टीम के होकर रह गए. इसी सिलसिले में विराट कोहली (Virat Kohli) ने बड़ा बयान दिया है.
मुझ पर किसी ने यकीन नहीं किया- कोहली
रॉयव चैलेंजर्स बैंगलोर का कहना है कि कई फ्रेंचाइजी के पास उन्हें खुद से जोड़ने का मौका था. लेकिन, किसी ने भी उनके करियर की शुरुआत में उनका सपोर्ट नहीं किया या फिर उनकी काबिलियत पर यकीन नहीं जताया. उस वक्त सिर्फ आरसीबी ने उन पर विश्वास जताया. इस बारे में स्टार स्पोर्ट्स पर आरसीबी के फ्रेंचाइजी शो में बात करते हुए विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा,
'इस फ्रेंचाइजी ने मुझे अवसरों के संदर्भ में पिछले 3 सालों में जो दिया है और मुझ पर यकीन किया है वह सबसे खास बात है. क्योंकि जैसा कि मैंने कहा कि ऐसी कई टीमें थीं जिनके पास अवसर था. लेकिन, उन्होंने मेरा समर्थन नहीं किया और मुझे नहीं पिक किया. उन्हें मुझ पर विश्वास नहीं था.'
पहली बार डेयरडेविल्स के पास कोहली को खुद से जोड़ने का था मौका
आपको याद दिला दें कि दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के पास ड्राफ्ट से भारतीय U19 स्टार को चुनने का पहला अच्छा मौका था. लेकिन, उस दौरान इस फ्रेंचाइजी ने बाएं हाथ के सीमर प्रदीप सांगवान के साथ जाना सही समझा और विराट कोहली को नजरअंदाज कर दिया. उस दौरान उन्हीं की कप्तानी में टीम इंडिया ने अंडर 19 विश्वकप का खिताब अपने नाम किया था और फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को करारी शिकस्त दी थी.
विराट कोहली (Virat Kohli) की बात करें तो उन्होंने 217 आईपीएल मैचों में आरसीबी की मेजबानी की है. इस टूर्नामेंट में उन्होंने अब तक 6469 रन बनाए हैं. आईपीएल 2022 मेगा ऑक्शन से पहले भी बैंगलोर टीम ने रिटेन करना जरूर समझा. कप्तानी छोड़ने के साथ ही कोहली ने अपने बयान में ये कहा था कि वो हमेशा इस टीम के खिलाड़ी बने रहेंगे.
कई लोग चाहते थे कि मैं नीलामी में आऊं- Virat Kohli
विराट कोहली (Virat Kohli) ने एक बड़ा खुलासा भी किया और उन्होंने कहा,
'सच कहूं तो मैंने इसके बारे में सोचा. हां मुझसे भी कई बार संपर्क किया जा चुका है कि मैं किसी तरह नीलामी में आऊं और अपना नाम वहां रखूं. लेकिन, मैंने इसके बारे में सोचा. मैं ऐसा था कि दिन के अंत में हर किसी के पास X संख्याएं होती हैं जो वो जीते हैं और फिर आप मर जाते हैं और जीवन आगे बढ़ता है.'