Virat Kohli का मौजूदा फॉर्म उनके फैंस और भारतीय क्रिकेट समर्थको के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कभी हर दूसरे मैच में शतक जड़ने वाले इस बल्लेबाज के खाते में बीते 2 सालों से एक भी सेंचुरी शामिल नहीं हुई है। इस दौरान उनके सिर से कप्तानी का बोझ पूरी तरह से हट गया है, खुद विराट कोहली ने बल्लेबाजी में बेहतरी करने की दलील देते हुए टीम इंडिया और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कप्तानी से इस्तीफा दिया था।
लेकिन इसके बावजूद विराट कोहली (Virat Kohli) लंबी पारी खेलने में नाकाम होते हुए नजर आ रहे हैं। चाहे इंटरनेशनल क्रिकेट हो या आईपीएल कोहली के बल्ले की खामोशी चिंता का सबब बनकर सामने आ रही है। अगर बात की जाए आईपीएल 2022 में अबतक विराट कोहली के आंकड़ों की तो उन्होंने 6 मैच में 23 की साधारण औसत के साथ सिर्फ 119 रन बनाए हैं। ऐसे में सवाल है कि कप्तानी का प्रेशर हटने के बाद भी विराट कोहली लय में नजर क्यों नहीं आ रहें हैं।
ऑफ स्टंप की गेंद बन गई है Virat Kohli की कमजोरी
विराट कोहली (Virat Kohli) यूं तो वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज है, जब ये बल्लेबाज फॉर्म में रहता है तो किसी भी गेंदबाज के लिए विराट का विकेट लेना नामुमकिन सा हो जाता है। लेकिन इन दिनों तेज गेंदबाज विराट के खिलाफ एक खास गेम प्लान के साथ उतरते हुए नजर आते हैं।
इस रणनीति में विराट के शरीर से दूर ऑफ स्टंप में ज्यादा गेंदबाज की जाती है, ताकि बल्ले का बाहरी किनारा लगकर गेंद विकेटकीपर के दस्तानों में चले जाए। आईपीएल 2022 में कोलकाता के उमेश यादव ने इसी तरह कोहली को पवेलियन की राह दिखाई थी।
Virat Kohli में दिख रही है रन बनाने की हड़बड़ाहट
एक बल्लेबाज के तौर पर विराट कोहली (Virat Kohli) खुद भी अपनी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। हर मैच में आउट होने के बाद उनके चहरे पर इसकी हताशा साफ देखी जा सकती है। हर मैच में विराट जरूरत से ज्यादा आक्रमकता से प्रहार करने की कोशिश कर रहे हैं, हर गेंद पर विराट रन बनाने की हड़बड़ाहट दिखा रहे हैं।
इसका उदाहरण ये है कि आईपीएल 2022 में 2 बार विराट रन आउट हो गए हैं, इसके अलावा पारी की शुरुआत में ही हवाई हमले करने के चक्कर में विराट अपना गंवा रहे हैं। इससे पहले विराट 10 से 12 गेंदों तक अपना समय लेने के बाद बड़ा शॉट लगाने का प्रयास करते थे। लेकिन अब पहली गेंद से ही वे गेंदबाज पर हावी होने की कोशिश करते हैं, जिसकी एवज में अपना विकेट खो रहे हैं।