पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी राशिद लतीफ विराट कोहली (Virat Kohli) को अपने पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक मानते हैं. कोहली को भारत में ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी काफी पसंद किया जाता है. विराट इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं. इस बात की चर्चा विश्वभर में है. क्रिकेट जगत की निगाहें रन मशीन के 71वें शतक पर हैं. जिसका इंतजार करते हुए तकरीबन दो-ढ़ाई साल हो गए हैं. वहीं राशिद लतीफ ने गांगुली पर निशाना साधते हुए विराट कोहली के फॉर्म में लौटने के लिए अहम सलाह दी है.
राशिद लतीफ ने गांगुली के बयान पर जताई आपत्ति
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली (Virat Kohli) के खराब फॉर्म पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि कोहली को खुद फॉर्म हासिल करने का रास्ता ढूंढना होगा. जिसपर पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर ऐतराज जताते हुए कहा,
'आप एक खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन पूरी भारतीय टीम लगातार नहीं जीत रही है. आप विराट के कंधों पर बंदूक रख रहे और बाकी खिलाड़ियों को सुरक्षित रख रहे हैं. आप 2019 विश्व कप और 2021 टी20 विश्व कप को देखें. अगर विराट ने प्रदर्शन नहीं किया तो बाकी खिलाड़ी क्या कर रहे थे?
बीसीसीआई अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि,
'कोहली को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.'
'Virat Kohli को अच्छे कोच से बात करनी चाहिए'
जिस बुरे दौर से विराट कोहली (Virat Kohli) गुजर रहे हैं. एक ना एक दिन उस दौर से हर एक खिलाड़ी को गुजरना पड़ता है. क्रिकेट की दुनिया में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बना रहना अपने आप में बड़ी चुनौती है. इंग्लैंड में एक टेस्ट के बाद खेली जारी 3 मैचों की वनडे सीरीज में कोहली फ्लॉप साबित हो रहे हैं. ऐसे में पूर्व खिलाड़ी राशिद लतीफ ने विराट को एक अच्छे कोच की तरफ रुख करने की सलाह दी है. ताकि वह उनकी कमजोरी को मजबूती में तब्दील कर सकें. राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
'आधुनिक क्रिकेट अलग है. बाबर आज़म, मोहम्मद रिज़वान, कोहली, रोहित शर्मा .. हर किसी के खेल में कोई न कोई कमजोरी है और आज की तारीख में टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो चुकी है, उसके कारण बल्लेबाजों की कमजोरी जल्दी सामने आ जाती है. कोहली खराब दौर से गुजर रहे हैं. उनके लिए शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद परेशानी का सबब बनी हुई हैं. ऐसे में उन्हें सर्वश्रेष्ठ कोच से बात करके अपनी कमजोरी को दूर करने पर काम करना चाहिए.'