विराट कोहली ने अचानक से क्यों छोड़ी टी20 फॉर्मेट की कप्तानी? जानिए इसके पीछे के 5 कारण

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Shilpi Sharma
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Virat Kohli Captaincy

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) के बाद भारतीय टीम की टी20 कप्तानी को छोड़ने का ऐलान कर दिया है. बीते गुरुवार को उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी थी. इसके लिए उन्होंने एक  लंबा-चौड़ा पोस्ट भी किया था.

यानी कि बीते कुछ दिनों से जिस तरह की चर्चा मीडिया में हो रही थी और संभावनाएं जताई जा रही थीं, वो भी कहीं ना कहीं सही साबित हुई हैं. एमएस धोनी (MS Dhoni) के मेंटॉर बनने के बाद मौजूदा कप्तान ने ये ऐलान किया है. इस रिपोर्ट के जरिए हम उनकी कप्तानी छोड़ने की 5 वजहों के बारे में खुलासा करेंगे.

1. भारतीय टीम पर वो पकड़ हुई कमजोर

Virat Kohli

साल 2019 तक हर फॉर्मेट में वो नंबर-1 भारतीय बल्लेबाज की भूमिका नें दिखाई दिए. इतना ही नहीं साल 2015 से 2019 के बीच वो दुनिया के सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज की लिस्ट में शुमार हो गए थे. साल 2020 से उनकी फॉर्म में थोड़ी खराब हुई. हालांकि उनके इस खराब प्रदर्शन का असर टीम पर नहीं हुआ. मौजूदा कप्तान की फॉर्म कैसे भी रही हो, लेकिन टीम इंडिया जीत हासिल करती रही. ऐसे में टीम इंडिया की कप्तान पर निर्भरता कम होने लगी.

ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज की जीत इस सफर में मील का पत्थर साबित हुई. ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह से भारत ने टेस्ट सीरीज को जीतकर इतिहास रचा उससे बीसीसीआई प्रबंधन और चयनकर्ताओं को ये विश्वास हो गया था कि, भारतीय टीम मौजूदा कप्तान की गैरमौजूदगी में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकती है.

2. रोहित शर्मा लगातार दे रहे हैं चुनौती

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विराट कोहली (Virat Kohli) पर जहां टीम इंडिया (Team India) की निर्भरता लगातार कम हो रही है. वहीं रोहित शर्मा (Rohit Sharma) वनडे-टी20 में ही नहीं टेस्ट में भी अपनी फॉर्म और बल्लेबाजी को लेकर चर्चा बटोर रहे हैं. इसका एक उदाहरण हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर भी देखने को मिला. कुछ समय से  हिटमैन को वनडे-टी20 टीम का कप्तान बनाए जाने की लगातार मांग होती रही है. खासकर विश्व कप 2019 के बाद इस तरह की खबरें सुर्खियों में रही है.

हालांकि ये बात उस दौरान की है कि, जब रोहित टेस्ट टीम या प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं होते थे. यही कारण है कि, लोगों की इस बात को नजरअंदाज कर दिया जाता था. अब इस तरह का संयोग बनने लग गया है कि, कप्तान  कमजोर पड़ चुके हैं. क्योंकि रोहित ने उनकी जगह पर दावेदारी ठोक रहे है. आईपीएल में कई रोहित ने अपनी टीम को खिताब जिताकर अपनी कप्तानी से ये साबित कर सके हैं.

3. विराट की कप्तानी का नहीं है कोई मुरीद

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ये एक बड़ी बात है जिसके बारे में खुलकर किसी ने नहीं बोला. लेकिन, कहीं ना कहीं लोगों के मन ये बात जरूर रही है. जब खिलाड़ियों की निंदा पर कमेंटेटर अपनी जॉब गंवा देते हों तो कप्तान के खिलाफ बोलने का कोई भी रिस्क नहीं उठा सकता है. लेकिन, ये बात भी सच रही है कि, विराट कोहली (Virat Kohli) अपनी कप्तानी के लिए कभी किसी के पसंदीदा कप्तान नहीं बने. ये रिकॉर्ड रहा है कि, भारत ने उनकी कप्तानी में सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीते हैं. वनडे और टी20 मैच में भी उनकी कप्तानी में भारतीय टीम का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है.

लेकिन, इसके बाद भी पूर्व क्रिकेटर से लेकर समीक्षक आम क्रिकेट प्रेमी इसके पीछे कारण टीम इंडिया की मजबूती और बेंच स्ट्रेंथ को मानते रहे हैं, ना कि उनकी कप्तानी को. इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खेली गई टेस्ट सीरीज में भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे रविचंद्रन अश्विन को सभी मुकाबलों में  बेंच पर बिठाया गया था. जिसने भी भी ये सीरीज देखी होगी वो इस बात से पूरी तरह परिचित है कि, कप्तान के इस फैसले की किसी जानकार ने अगर तारीफ नहीं की तो उनके खिलाफ भी नहीं बोला. इसे उनकी ताकत भी कह सकते हैं. जिसका अंदाजा हर किसी को है.

4. आईसीसी टूर्नामेंट में काफी खराब रहा है रिकॉर्ड

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विराट कोहली (Virat Kohli) तकरीबन 7 साल से टीम इंडिया की कप्तानी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. लेकिन, वो टीम को एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं दिला सकते हैं. एक कप्तान के तौर पर उनकी ये सबसे बड़ी असफलता रही है. भारतीय टीम उनकी कप्तानी में आईसीसी वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल (2019) और चैंपियंस ट्रॉफी (2017) का फाइनल गंवा चुकी है. कप्तानी छोड़ने के दौरान कहीं ना कहीं उनके मन ये बात भी जरूर रही होगी.

5. खुद पर बन रहे दबाव को कम करना चाहते हैं कप्तान

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कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के इस निर्णय की एक वजह यह भी रही है कि, शायद वो आने वाले वक्त में वनडे और टेस्ट टीम की कप्तानी करते रहना चाहते हैं. इसका इशारा उन्होंने टी20 टीम कप्तानी छोड़ने के बाद कर दिया है. ऐसे में यदि टीम इंडिया अक्टूबर में टी20 वर्ल्ड कप को हासिल कर लेता है तो उनकी मेजबानी में चार चांद लगने तय हैं. यदि भारत को हार मिलती है तो मौजूदा कप्तान को ज्यादा आलोचनाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. हालांकि उनकी कोशिश यही रही है कि, वनडे और टेस्ट फॉर्मेट में कम से कम वर्ल्ड कप 2023 (ODI) तक भारत के कप्तान बनें रहें.

रोहित शर्मा विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम टी20 वर्ल्ड कप 2021