Virat Kohli: आईपीएल टूर्नामेंट में रनों का अंबार लगाने वाले आरसीबी के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) का मानना है कि इस लोकप्रिय लीग में 14 साल से खेलते हुए उन्हें महसूस हुआ कि जिस खेल में उन्हें ‘सुपरस्टार’ का दर्जा हासिल हुआ है. इससे उन्हें ‘खेल की समझ’ में अलग परिणाम जोड़ने में मदद भी मिली है. विराट कोहली (Virat Kohli) ने आईपीएल की एक भी ट्रॉफी ना जीतने पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पर बेबाकी से अपना पक्ष रखा है और इस बारे में क्या कुछ कहा है इसके बारे में भी आपको बता देते हैं.
आईपीएल से कैसे कोहली को हुआ फायदा, खुद पूर्व कप्तान ने किया खुलासा
दरअसल लंबे समय से क्रिकेट के सबसे बुरे दौर से जूझने के बाद लय हासिल करने का प्रयास कर रहे विराट कोहली ने आईपीएल में करीब 6500 रन बनाए हैं. साल 2008 के शुरूआती सीजन से ही वो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए खेल रहे हैं. आईपीएल का उनकी जिंदगी पर क्या असर पड़ा इस बारे में स्टार स्पोर्ट्स के ‘इनसाइड आरसीबी’ शो पर बात करते हुए विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा,
"मुझे लगता है कि भारत के लिए खेलने के अलावा आईपीएल ने मुझे अपनी काबिलियत दिखाने, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने और उनके साथ क्रिकेट की जानकारी साझा करने का मंच दिया है."
मैनें आईपीएल के जरिए अपने खेल में कई आयाम जोड़े
विराट कोहली इस सिलसिले में आगे बात करते हुए रहा,
"मुझे लगता है कि यह सबसे अहम चीज थी जिसने मेरी खेल की समझ में एक अलग आयाम जोड़ा. इससे मुझे काफी प्रगतिशील तरीके से आगे बढ़ने में मदद मिली. मैं बाकी देशों के खिलाड़ियों से खेल का ज्ञान ले रहा था. जो शायद आईपीएल के बिना संभव नहीं होता. जैसे कि कई अलग-अलग परिस्थितियों में किस तरह से खेला जाए और इनमें उनकी मानसिक स्थिति किस तरह की होती है."
विराट कोहली (Virat Kohli) ने आगे कहा,
"लोगों के सफलता हासिल करने के अलग तरीके हैं. इसलिए इसके लिए सिर्फ एक खाका नहीं हो सकता. ऐसे मैं उनसे जानकारी लेने का मौका हासिल करने के लिए काफी एक्साइटेड हो जाता और उनका शुक्रगुजार भी. मैं उनसे दिन-रात सीखता और इसी से ही आईपीएल में मेरा प्रदर्शन शानदार रहा."
ट्रॉफी हाथ में आने का नहीं है मलाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें विराट कोहली (Virat Kohli) ही एकमात्र खिलाड़ी हैं जो आईपीएल की शुरुआत से ही सिर्फ एक ही फ्रेंचाईजी के लिए खेले हैं. आरसीबी के प्रति अपनी ईमानदारी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,
"सच कहूं तो मैंने इसके बारे में सोचा. हां, मुझे कई बार नीलामी में आने के लिए भी संपर्क किया गया. लेकिन, मैंने इसके बारे में सोचा कि हर किसी के पास इतने साल होते हैं और वे जीते हैं और फिर चले जाते हैं और जिंदगी चलती रहती है. ऐसे कई महान खिलाड़ी होंगे जिन्होंने ट्रॉफी जीती होंगी. लेकिन, आपको कोई इस तरह नहीं पुकारता कि ‘ओह, वह आईपीएल चैम्पियन है या वह विश्व कप चैम्पियन’ है."
आखिर में विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपने बयान में यह भी कहा,
"यह इसी तरह है कि अगर आप अच्छे व्यक्ति हो तो लोग आपको पसंद करते हैं. अगर आप खराब हो तो वे आपसे दूर रहते हैं और आखिरकार जिंदगी यही है."