T20 World Cup 2021 में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों रविवार को दुबई के मैदान पर दूसरी हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ अब टीम इंडिया के लिए सेमीफाइनल के रास्ते भी लगभग बंद हो गए हैं। हार के बाद Virat Kohli ने स्वीकार किया उनकी टीम गेंद व बल्ले से साहस ही नहीं दिखा पाई। कोहली द्वारा इस तरह का बयान सुनकर दिग्गज कपिल देव को हैरानी हुई। उनका मानना है कि Virat Kohli इस तरह के खिलाड़ी नहीं हैं।
Virat Kohli के बयान से हैरान कपिल देव
न्यूजीलैंड के हाथों मिली 8 विकेट से हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) काफी निराश नजर आए। उन्होंने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा, ‘यह बहुत अजीब है। मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले या गेंद से अपने खेल में साहस दिखा पाए। हमने रन ज्यादा नहीं बनाये लेकिन उसे बचाने के लिये भी साहस के साथ नहीं उतरे।’ कोहली का ये बयान सुनकर कपिल देव को हैरानी हुई। उन्होंने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा,
"उनके जैसे बड़े खिलाड़ी की ओर से यह दिया गया बयान काफी कमजोर है। अगर इस तरह की बॉडी लैंग्वेज वाली टीम और इस तरह की सोच वाला कप्तान होगा तो किसी भी टीम के लिए वापसी करना नामुमकिन है। मुझे उनके शब्द सुनकर थोड़ी हैरानी हुई। वह इस तरह के खिलाड़ी नहीं हैं।"
कप्तान को नहीं करना कहना चाहिए ऐसा
Virat Kohli के बयान से निराश कपिल देव ने आगे कहा कि एक कप्तान को इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यदि ऐसा करते हैं, तो आप पर उंगली उठना स्वभावित है। विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा,
"वह एक फाइटर हैं, मुझे लगता है कि वह उस समय खोये हुए थे या हो सकता है कि यह हार का असर था। एक कप्तान को कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए कि हम बहादुरी से नहीं खेले। आप देश के लिए खेल रहे हैं और उनमें जुनून है लेकिन जब आप ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करेंगे तो आप पर उंगली उठेगी ही।"
जितनी आलोचना हो कम ही है
भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मानो टॉस हारने के बाद ही सरेंडर कर दिया था। बल्ले व गेंद किसी के साथ भी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। परिणाम ये रहा कि भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। कपिल देन ने आगे कहा,
"मेरे पास शब्द नहीं है। एक टीम जो अभी आईपीएल खेलकर आ रही है, पिचों पर अभ्यास करने के बावजूद इस तरह का प्रदर्शन करे तो वहां पर आलोचना तो होगी ही। जब आप जीत हासिल करते हैं तो आपकी जितनी तारीफ की जाए कम ही लगती है, ठीक वैसे ही जिस तरह का क्रिकेट भारत ने खेला उनकी जितनी आलोचना की जाए कम है। आप लड़ते हैं और हारते हैं तो समझ आता है लेकिन इस मैच में एक खिलाड़ी से ऐसा प्रदर्शन नहीं आया जिसे लेकर हम खुश हो सकें।"