Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और रन मशीन विराट कोहली आज यानि 5 नवंबर को अपना 34वां जन्मदिन बना रहे हैं. भले ही वह इस साल 34 के हो गए हों, लेकिन उनकी फिटनेस देखकर लगता है कि वह आज भी 24 के हैं. वहीं इनके जन्मदिन के इस ख़ास अवसर पर जानते हैं दिल्ली में पैदा हुए एक नन्हें शरारती लड़के से लेकर विश्व का नंबर 1 बल्लेबाज़ विराट कोहली बनने तक का सफर. तो आइये आज हम आपको विराट कोहली (Virat Kohli) की कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद आपको भी नहीं पता हो. क्योंकि क्रिकेट का सम्राट बनने के लिए उनके रास्ते में कई संघर्ष आए, जिसे पार कर उन्होंने ऐसा इतिहास रचा जिसे कोई भी पीढ़ी नहीं भुला सकती..
दिल्ली के उत्तम नगर में पले-बढ़े हैं Virat Kohli
आपको बता दें कि विराट कोहली (Virat Kohli) का जन्म 5 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम प्रेम कोहली था जबकि उनकी मां का नाम सरोज कोहली. विराट के पिता एक क्रिमिनल वकील थे. इतना ही नहीं बल्कि विकास और भावना नाम के विराट के दो बड़े भाई-बहन भी हैं.
विराट की परवरिश दिल्ली के उत्तम नगर में हुई है. उन्होंने स्कूल जाना विशाल भारती पब्लिक स्कूल में शुरू किया था. 9 साल की उम्र में विराट ने वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकेडमी जाना शुरू किया. कोहली उस अकेडमी के पहले बैच का हिस्सा थे. उन्होंने कोच राजकुमार शर्मा के अंडर वहां ट्रेनिंग लेना शुरू किया. वहीं उसके साथ-साथ उन्होंने वसुंधरा एन्क्लेव में सुमीत डोगरा अकेडमी में मैच खेलना भी शुरू कर दिया. इसके अलावा 9वीं क्लास में क्रिकेट पर फोकस करने के लिए विराट पश्चिम विहार शिफ्ट हो गए.
2002 में शुरू किया डोमेस्टिक करियर
विराट कोहली (Virat Kohli) ने साल 2002 में दिल्ली अंडर 15 टीम के लिए अपना पहला मैच पोली उमरीगर ट्रॉफी में खेला था. वहीं उन्हें 2003-04 के सीज़न में टीम का कप्तान भी बना दिया गया था. इसके बाद 2004 में कोहली दिल्ली की अंडर 17 टीम में विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए चुन लिया गया था.
बता दें कि दिल्ली अंडर 17 ने 2004-05 का विजय मर्चेंट ट्रॉफी का सीज़न जीता था, जिसमें विराट कोहली ने 7 मैचों में 757 रन जड़कर सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे. उनके बल्ले से 2 शतक भी देखने को मिले थे. वहीं कोहली ने 2006 में अपना लिस्ट ए करियर का डेब्यू सर्विसेस के खिलाफ किया था. जबकि उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ दिल्ली के लिए खेलते हुए अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की थी.
पिता के मृत्यु के अगले दिन ही मैदान में उतरे थे कोहली
बता दें कि 18 दिसम्बर, 2006 को विराट कोहली (Virat Kohli) के पिता प्रेम कोहली की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने की वजह से हो गई थी. विराट का अगले दिन कर्नाटक के खिलाफ मैच था. ऐसे में अपने पिता के मृत्यु के ठीक एक दिन बाद विराट मैदान में बल्लेबाज़ी करने के लिए उतरे और उन्होंने शानदार 90 रनों की पारी खेली. वह आउट होने के बाद सीधा अपने पिता के अंतिम संस्कार में गए थे. यह उनकी ज़िंदगी का वो मोड़ था जहां से उन्होंने सुर्खियां बटोरनी शुरू की.
2008 में बनाया भारत को अंडर 19 विश्व चैंपियन
जुलाई 2006 में विराट कोहली (Virat Kohli) ने इंडिया अंडर 19 के लिए डेब्यू कर लिया था. जिसके बाद कुछ समय उनके अच्छे प्रदर्शन के बाद 2008 में अंडर 19 विश्वकप के लिए विराट कोहली को टीम का कप्तान बना दिया गया.
ऐसे में विराट (Virat Kohli) ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को अंडर 19 विश्वकप का ख़िताब भी जितवाया. जिसके बाद वह और ज़्यादा चर्चा में आ गए. इसके बाद उन्हें आईपीएल 2008 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने भी अपने साथ जोड़ लिया. इसके बाद 2008 में ही 19 वर्षीय विराट कोहली ने भारतीय टीम के लिए अपना डेब्यू मैच वनडे फॉर्मेट में खेला. धीरे-धीरे उन्हें मौके मिलते गए और वह उन्हें दोनों हाथों से कबूल करते गए.
2011 के वर्ल्डकप फाइनल में खेली थी अहम पारी
विराट कोहली (Virat Kohli) 2011 की वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 282 रन बनाए थे. जिसमें एक शतक भी शामिल था. वहीं उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ विश्वकप के फाइनल में 35 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी. वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के जल्दी आउट होने के बाद टीम इंडिया काफी ज़्यादा मुश्किलों में थी. लेकिन विराट ने गौतम गंभीर के साथ मिलकर 83 रनों की एक अहम साझेदारी की. जिससे मैच का पूरा रुख पलट गया. इस पारी के बाद विराट कोहली का नाम पूरे विश्व में गूंजने लगा था. हर कोई उनके क्रिकेट का दीवाना हो गया था और कोहली के किंग कोहली बनने की कहानी यहां से शुरू होने लगी थी.
2016 के आईपीएल सीज़न में बनाए थे 973 रन
आपको बता दें कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने साल 2016 के आईपीएल में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी से सबका दिल जीत लिया था. उन्होंने एक ही आईपीएल सीज़न में लगभग 1000 रन जड़ डाले थे. विराट ने खेले गए 16 मुकाबलों में 81.08 की अविश्वनसीय औसत से बल्लेबाज़ी करते हुए 973 रन जड़े थे. जिसमें उनके बल्ले से 4 शतक और 7 अर्धशतक भी देखने को मिले थे. उनका स्ट्राइक रेट आईपीएल 2016 में 152.03 का था. एक आईपीएल सीज़न में आज तक किसी ने इतने रन नहीं बनाए और ना ही इतने शतक जड़े हैं.
करियर के दौरान करना पड़ा काफी संघर्ष
विराट कोहली (Virat Kohli) के करियर में दो ऐसे फेज़ आए हैं जिसमें वह एक-एक रन बनाने के लिए पिच पर तरसे हैं. सबसे पहले 2014 में विराट कोहली T20 विश्वकप के बाद एक दम से आउट ऑफ़ फॉर्म हो गए थे. उनका बल्ला पूरी तरह से खामोश हो गया था. 2014 का इंग्लैंड दौरा उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों में 13.50 की साधारण सी औसत से बल्लेबाज़ी करते हुए 10 पारियों में 127 रन बनाए थे. उनकी वह 10 पारियां कुछ इस प्रकार थी: 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0, 7, 6, 20
हालांकि इस दौरे के बाद विराट ने अपनी टेक्निक पर काम किया और दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर कोहराम मचा दिया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट सीरीज़ में 692 रन जड़ डाले. इसके अलावा 2019 में विराट कोहली (Virat Kohli) के करियर का दूसरा ऐसा फेज़ आया जिसमें वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नज़र आए.
विराट ने तकरीबन 3 साल तक एक भी शतक नहीं जड़ा. साल 2022 के सितंबर तक विराट का फॉर्म कुछ ऐसा ही था. वह पिच पर लगातार संघर्ष करते हुए नज़र आ रहे थे. लेकिन एशिया कप 2022 में अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने करियर का 71वां शतक जड़ सनसनी मचा दी और वहीं से वह दोबारा अपने पुराने वाले रूप में आ गए.
ऐसा रहा विराट का कप्तानी रिकॉर्ड
विराट कोहली (Virat Kohli) ने भारत के लिए 50 T20, 95 वनडे और 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है. जिसमें भारत ने T20 में 30, ODI में 65 और टेस्ट में 40 मुकाबले जीते हैं. वहीं बतौर कप्तान कोहली की विनिंग पर्सेंटेज T20 में 64.58% , टेस्ट में 58.82% और वनडे में 70.43 % रही है.
यह बड़े अवार्ड्स रहे हैं विराट कोहली के नाम
1) सर गैरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी (आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ़ द डिकेड) 2011-2020
2) सर गैरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी (आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर ) 2017, 2018
3) आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ़ द ईयर -2018
4) ODI प्लेयर ऑफ़ द ईयर- 2012, 2017 और 2018
5) विसडेन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर- 2016, 2017 और 2018
6) अर्जुन अवॉर्ड- 2013
7) पद्मा श्री अवॉर्ड- 2017
8) राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड- 2018