ईशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सलाना कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना इस समय सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। दक्षिण अफ्रीका दौरे और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने तक इन दोनों खिलाड़ियों को लेकर बोर्ड का रवैया पूरी तरह से बदल चुका है।
खास तौर से ईशान किशन (Ishan Kishan) का मामला सबसे ज्यादा तूल पकड़ रहा है, क्योंकि उन्हें टी20 वर्ल्ड कप 2024 के नजरिए से विकेटकीपर बल्लेबाज की पहली चॉइस माना जा रहा था। लेकिन अब उन्हें बाहर कर बीसीसीआई ने लगभग साफ कर दिया है कि उनकी जगह निश्चित नहीं है। वहीं इसके पीछे ईशान और बीसीसीआई के बीच खटास के अलावा विराट कोहली को भी माना जा सकता है, इसकी एक बड़ी वजह सामने आई है।
ईशान को मनमानी पड़ी भारी
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज से पहले ईशान किशन (Ishan Kishan) ने अचानक अपना नाम वापस ले लिया। खबर आई कि उन्होंने मानसिक थकान का हवाला देकर बीसीसीआई से आराम मांगा है। दिन गुजरे तो खबर ने एक और मोड़ लिया, जहां कहा गया कि कोच राहुल द्रविड़ ने ईशान को रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कहा है।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इस बात को नहीं माना और रणजी का 1 भी मैच नहीं खेला। यहां से बोर्ड और उनके बीच तल्खी और ज्यादा बढ़ती गई। जिसका खामियाजा ये हुआ कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुना गया। जबकि बोर्ड ने ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) को इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण कराना ज्यादा मुनासिब समझा।
ईशान के बाहर होने की वजह विराट?
दरअसल, ईशान किशन और बीसीसीआई के बीच नोक झोक का बीज तो भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज से ही बो दिया गया था। जहां 5 मैचों की सीरीज में पहले 2 मैच में फिफ्टी जड़ने के बावजूद ईशान (Ishan Kishan) को अगले 3 मैच में पानी पिलाने को मजबूर कर दिया गया और उनकी जगह जितेश शर्मा को मौका दिया गया। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि उन्होंने नंबर-3 पर ये रन बनाए।
इस पोजीशन पर विराट कोहली (Virat Kohli) की जगह पक्की है, कयास लगाए जा रहे हैं कि विराट की जगह को पूर्ण रूप से सुरक्षित करने के लिए ईशान को दरकिनार कर दिया गया और जितेश शर्मा को नंबर-6 पर खेलने का मौका दिया गया। इसके बाद जब टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई तो टेस्ट सीरीज में केएल राहुल को बतौर विकेटकीपर खिलाने की बात सामने आई। जिसके बाद ईशान ने मानसिक थकान का हवाला देकर दूरी बना ली।
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Ishan Kishan के साथ हुई नाइंसाफी!
अब सवाल खड़ा होता है कि क्या वाकई में विराट कोहली की जगह को सुरक्षित करने के लिए ईशान किशन (Ishan Kishan) को दरकिनार कर दिया गया। यदि घटना क्रम को जोड़ा जाए तो ये बात सच साबित होती है। क्योंकि 2 मैचों में 2 लगातार फिफ्टी जड़ने वाले खिलाड़ी को बाहर करना इतना आसान फैसला नहीं हो सकता। जबतक विराट जैसे कद का कोई खिलाड़ी उनके पीछे ना खड़ा हो।
दूसरी ओर ईशान (Ishan Kishan) पिछले 1 साल से सिर्फ बैकअप के रूप में खेल रहे थे। उन्होंने मौका मिलते ही वनडे इतिहास का सबसे तेज दोहरा शतक जड़ दिया। एशिया कप 2023 में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन की पारी खेलकर टीम इंडिया की लाज बचाई। इसके अलावा विश्वकप में शुभमन गिल की गैरमौजूदगी में ओपन करने का मौका मिला तो अफगानिस्तान के खिलाफ 43 रन की पारी भी खेली। इन सबके बावजूद उनको सिर्फ रणजी नहीं खेलने की वजह से सलाना कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर देना सवाल खड़े करता है।
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