साउथ अफ्रीका में मौजूद विराट एंड कंपनी आगामी टेस्ट सीरीज की तैयारी कर रही है। दोनों टीमों के बीच 26 दिसंबर से पहला मैच खेला जाएगा। विराट कोहली और राहुल द्रविड़ की जोड़ी प्रोटियाज टीम को उनकी धरती पर हराकर पहली बार टेस्ट सीरीज में जीत का स्वाद चखना चाहेगी। इस सीरीज के शुरु होने से पहले Virat Kohli के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने बयान दिया है कि कोहली को अपनी टीम से जो चाहिए, वह उसके लिए काफी क्लीयर रहते हैं।
Virat Kohli रहते हैं स्पष्ट
Virat Kohli का आक्रामक रवैया उन्हें औरों से अलग बनाता है। अब उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का मानना है कि टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी होती है कि वह जिस कप्तान के साथ कार्य करने जा रहा है, उसके नेतृत्व के अंदाज को समझे। दोनों को ही टीम को आगे बढ़ाने के एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। खेलनीति से बात करते हुए राजकुमार शर्मा ने कहा,
"हर कप्तान का अलग स्टाइल होता है और एक कोच को उसके साथ तालमेल बिठाना पड़ता है। कोहली के पद संभालने से पहले एमएस धोनी कप्तान थे। किसी को उनसे बहुत कुछ कहने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि वह बहुत अच्छे से टीम चलाते थे, और वे बहुत ज्यादा एक्सप्रेसिव भी नहीं थे। दूसरी ओर, कोहली बहुत आक्रामक हैं और वह अपनी टीम से जो चाहते हैं उसे लेकर स्पष्ट हैं।"
Virat Kohl की रनों की भूख बढ़ चुकी है
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohl) पिछले दो सालों से बल्ले के साथ संघर्ष कर रहे हैं। 50+ पारियों से उनके बल्ले से शतक नहीं निकला है। चारों ओर उनके फॉर्म को लेकर चर्चा होती रहती है। अब कोहली के बचपन के कोच ने कहा है कि उनमें रनों की भूख बढ़ गई है। कोहली ने कहा,
"विराट की रन बनाने की भूख अब और बढ़ गई है। वह पिछले कुछ समय से बड़ा स्कोर नहीं कर पाए हैं। जब वह टॉप विपक्षी टीम से भिड़ता है तो उसकी तैयारी हमेशा अच्छी होती है और वह अपनी टीम को भी उसी तरह तैयार करता है। कोहली बीसीसीआई के फेवरिट हैं। वह कई वर्षों से नेतृत्व कर रहे हैं और बीसीसीआई के सबसे जिम्मेदार प्रतिनिधि हैं।"