टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) बल्लेबाजी क्रम में सबसे बड़े स्तंभ माने जाते हैं. लेकिन, बीते 21 महीने से वो एक बुरे दौर से गुजर रहे हैं. उनके बल्ले से वो गूंज सुनने को नहीं मिल रही है जब अक्सर मैदानों पर गरजता और फैंस खुशी से झूम उठते थे. उनकी खराब फॉर्म उन्हें और मुश्किल में डाल रही है. विदेशी सरजमीं पर ही नहीं घरेलू पिच पर भी उनका यही हाल है.
शतक का सूखा नहीं हो रहा खत्म
बीते 21 महीने से वो क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20 की) में शतक नहीं लगा सके हैं. उन्होंने कुल 49 पारियां खेली हैं लेकिन शतक का सूखा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट (IND vs ENG) मैच में बल्लेबाजी करने उतरे भारतीय कप्तान फिर से फेल हो गए.
पहली पारी में भारत ने 364 बनाए थे. तो वहीं इंग्लैंड ने 391 रन बनाए थे. विराट कोहली (Virat Kohli) ने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 42 रन और दूसरी पारी में 20 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. आखिरी बार उनके बल्ले से अंतर्राष्ट्रीय शतक 23 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ आया था. इसके बाद से अगस्त 2021 यानी 21 महीने से वो एक भी शतक नहीं लगा सके हैं.
टेस्ट की 49 पारी में ऐसा रहा भारतीय कप्तान का हाल
इस बीच पाकिस्तान टीम के कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) ने 7 शतक जड़ दिए. यानी कोहली शतक के मामले में बाबर से काफी ज्यादा पीछे हो गए हैं. भारतीय कप्तान की आखिर की 49 पारियों के आंकड़ों पर गौर करें तो 10 टेस्ट की 17 पारी में उनके बल्ले से सिर्फ 3 अर्धशतक निकले हैं. 74 रन उनका सबसे बड़ा स्कोर रहा है. 24 की औसत से 407 रन बनाए. वनडे की 15 पारियों उन्होंने 8 अर्धशतक लगााए. 89 रन सबसे बड़ा स्कोर रहा. 43 की औसत से उन्होंने इस फॉर्मेट में कुल 649 रन बनाए.
वहीं टी20 के आंकड़े देखें तो उन्होंने 17 पारियों में 6 अर्धशतक बनाए हैं. नाबाद 94 रन उनका उच्च स्कोर रहा है. 64 की औसत से कुल 709 रन बनाए हैं. तीनों फॉर्मेट को की बात करें विराट कोहली (Virat Kohli) ने 49 पारियों में 41 की औसत से 1765 रन बनाए. उनके बल्ले से कुल 17 अर्धशतक निकले. इससे पहले उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 438 पारियों में 57 की औसत से 21172 रन बनाए थे. जिसमें 70 शतक शामिल हैं. लेकिन अब उनका औसत 57 से घटकर 41 पर आ गया है.