विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक विराट कोहली (Virat Kohli) ने दक्षिण अफ्रीका में सीरीज़ हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की टेस्ट कप्तानी छोड़ने का निर्णय शनिवार शाम 15 जनवरी को लिया है.
विराट के कप्तानी छोड़ने के बाद टीम इंडिया को कई नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं. भले ही उन्होंने कप्तानी छोड़ दी हो लेकिन इस बात से हर कोई वाकिफ है कि विराट टीम इंडिया के टेस्ट में सबसे सफलतम कप्तान हैं.
भारतीय क्रिकेट टीम को शायद ही कोई विराट जैसा आक्रामक कप्तान टेस्ट में मिल पाए. तो आइये नज़र डालते हैं कि विराट कोहली के टेस्ट में कप्तानी छोड़ने के बाद टीम इंडिया को क्या-क्या नुकसान झेलने पड़ सकते हैं.
1) विराट कोहली थे एक आक्रामक कप्तान
विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद पूरा क्रिकेट जगत इस वक्त मायूस हो गया है. हालांकि एक बात तो है कि टीम इंडिया बतौर कप्तान विराट कोहली की आक्रत्मकता को बखूबी याद करेंगे. शायद ही भारतीय क्रिकेट टीम को फिर से कोई इतना आक्रामक कप्तान टेस्ट फॉर्मेट या क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में मिल पाएगा.
आजतक टीम इंडिया के टेस्ट में कई कप्तान आए और कई कप्तान गए लेकिन कोई भी विदेश जाकर टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पाया. लेकिन ये करने का दम सिर्फ विराट कोहली में था. विराट कोहली इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने विदेश में जाकर भी भारत को टेस्ट श्रृंखला जितवाई है. एक ये भी कारण है कि विराट कोहली को भारत का सबसे बेस्ट कप्तान कहा जाता है.
2) विराट की कप्तानी में दिखी टीम इंडिया में यूनिटी
जब विराट कोहली टेस्ट प्रारूप में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने तो, उस समय टीम टेस्ट में काफी जूझ रही थी, और विराट पर काफी दबाव भी था. लेकिन इस खिलाड़ी ने टीम को बखूबी संभाला और अपने बल्ले से भी सेकड़ो रन बटोरे. हालांकि ये खिलाड़ी तकरीबन हमेशा किसी ना किसी बात को लेकर विवाद में फसा रहा.
आए दिन कप्तान Virat Kohli और बाकी खिलाड़ियों के बीच किसी ना किसी बात को लेकर विवाद होने की बात मीडिया में सामने आती रहती थी. लेकिन खेल के मैदान पर विराट कोहली ने ऐसा कभी नहीं लगने दिया कि टीम में किसी प्रकार की तकरार पैदा हो रही है. हमेशा मैदान पर टीम इंडिया के बीच यूनिटी देखने को मिली है.
3) भारतीय टीम में नहीं दिखेगा वो पुराना जोश
यह बात भी लगभग तय है कि Virat Kohli की कप्तानी के बगैर टीम इंडिया में वो पहले जैसा जोश नहीं दिखेगा. जब विराट कोहली टीम की कप्तानी करते हैं तो टीम में एक अलग सा जोश दिखता है एक हौसला दिखता है, और इसी के साथ टीम काफी आक्रामक भी लगती है.
लेकिन जब विराट की गैरमौजूदगी में कोई और खिलाड़ी भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी करता है तो टीम में वो जोश या वो आक्रत्मकता नहीं दिखाई देती. जोकि टीम को बड़ा महंगा पड़ता है और इसका नतीजा यह होता है कि भारतीय टीम अपना हौसला खो देती है और अपना बेस्ट देने में नाकाम रहती है.
तो ये बात तो तय है कि, विराट कोहली को टीम इंडिया बतौर कप्तान काफी मिस करने वाली है, सबसे ज़्यादा उनके अग्रेशन को. बहरहाल, विराट कोहली टीम के लिए पहली की तरह उसी अंदाज़ में रन बनाते हुए दिखाई देंगे और टीम को अपने बल्लेबाज़ी के दम से ज़रूर हर एक मुकाबला जितवाने की बखूबी कोशिश करेंगे.