शनिवार की शाम विराट कोहली (Virat Kohli) के फैंस के लिए मायूस कर देने वाली खबर लेकर आई। तकरीबन 7 बजे विराट कोहली ने सोशल मीडिया के जरिए ऐलान किया की अब वो टेस्ट में इंडियन टीम (Indian Team) की कप्तानी नहीं करेंगे। इसके बाद विराट किसी भी फॉर्मेट में भारतीय टीम के कप्तान नहीं रहे।
विराट के कप्तानी से इस्तीफे के अगले ही पल हर किसी के जहन में विराट और बीसीसीआई (BCCI) के बीच चल रहे कथित विवाद का ख्याल जरूर आया होगा। दक्षिण अफ्रीका के दौरे से पहले विराट कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस की थी। इस प्रेस वार्ता के दौरान विराट की कप्तानी को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब बीसीसीआई (BCCI) के जवाबों से बिल्कुल मेल नहीं खा रहे थे। लिहाजा इससे साफ अंदेशा हुआ कि विराट और बीसीसीआई (BCCI) के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।
4 महीने पहले सभी फॉर्मेट के कप्तान थे Virat Kohli
विश्वकप 2021 से पहले विराट भारत के तीनों फॉर्मेट में कप्तानी कर रहे थे। लेकिन 16 सितंबर 2021 को विराट ने अचानक ही 20 ओवर के फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा की अब वो टी 20 विश्वकप 2021 के बाद 20 ओवर फॉर्मेट में भारत की कप्तानी नहीं करेंगे। लेकिन उन्होंने साथ में ये भी कहा कि, वो वनडे और टेस्ट की अपनी कप्तानी बरकरार रखेंगे।
विराट के इस ऐलान के बाद टीम इंडिया विश्वकप खेली और अपने स्तर से 10 गुना नीचे का प्रदर्शन करके लौटी। सेमीफाइनल तक पहुंचने के लिए इंडियन टीम को दूसरी टीमों पर निर्भर होना पड़ रहा था। लिहाजा टीम सेमीफाइनल नहीं पहुंची। इसके बाद तय था कि विराट 20 ओवर के कप्तान नहीं होंगे। लेकिन सेलेक्टरों ने विचार कर लिया था कि विराट को वनडे की कप्तानी से भी हटाया जाएगा।
जब विराट से छीनी गई वनडे की कप्तानी
दक्षिण अफ्रीका के दौरे के लिए टीम मीटिंग में सेलेक्टरों ने अपना फैसला सुनाया की विराट अब वनडे (ODI) की कप्तानी नहीं करेंगे। इसके बाद जाहिर तौर से रोहित शर्मा को वनडे की कप्तानी सौंप दी गई। यहां से बीसीसीआई (BCCI) और विराट (Virat Kohli) के बीच का विवाद सभी के सामने आ गया। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली का कहना था कि उन्होंने विराट से 20 ओवर की कप्तानी ना छोड़ने के लिए मनाया था।
वहीं विराट का कहना था कि जब उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला बताया तो बोर्ड ने उसे हाथो हाथ स्वीकार किया और बोला कि ये भारतीय टीम के उद्धार के लिए अच्छा कदम है। इसके बाद विराट और बीसीसीआई के बीच विवाद की चिंगारी को हवा लग गई।
भारतीय क्रिकेट का हो रहा है नुकसान
बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के बीच का ये विवाद ठंडा हुआ ही था कि विराट ने दक्षिण अफ्रीका की 3 मैच की सीरीज के बाद टेस्ट कप्तानी को भी अलविदा कह दिया है। अब टीम इंडिया के मौजूदा समय में टेस्ट टीम में विराट की कप्तानी की जगह लेने वाला कोई भी खिलाड़ी नजर नहीं आता है।
इससे भारतीय टेस्ट क्रिकेट ने बीते 5 सालों में जो कामयाबी हासिल की है, उस पर पानी फिर सकता है। टेस्ट में विराट का रिकॉर्ड लाजवाब है। विराट भारत के अब तक के सबसे सफल टेस्ट कप्तान है। लिहाजा उनकी टेस्ट कप्तानी पर उंगली नहीं उठाई जा सकती है। लेकिन विराट और बीसीसीआई (BCCI) के कथित विवाद के चलते आए विराट के इस इस फैसले से नुकसान सिर्फ भारतीय क्रिकेट का होने वाला है।