विराट कोहली (Virat Kohli) ने अचानक से टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया है. पहले टी20 फिर वनडे और अब टेस्ट कप्तानी से यूं उनका इस्तीफा देना किसी को भी रास नहीं आ रही है. इसके पीछे की वजहों को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन, बीसीसीआई ने एक बात स्पष्ट कर दी है कि यह उनका खुद का निजी फैसला था.
पिछले 7 साल से वो इस फॉर्मेट की कप्तानी कर रहे थे और टीम को बुलंदियों पर भी पहुंचाया. इसके साथ ही अपने करियर में कई खिलाड़ियों को भी उन्होंने काफी सपोर्ट किया. लेकिन, अब जब उन्होंने मेजबानी को अलविदा कहा दिया है तो कुछ खिलाड़ियों के करियर पर तलवार लटक रही है.
विराट कोहली (Virat Kohli) आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर तो जाने जाते ही हैं साथ ही अपने खिलाड़ियों के लिए भी काफी बड़े सपोर्ट सिस्टम थे. उनकी मौजूदगी में कई खिलाड़ियों की जगह टीम में पक्की हो गई थी. लेकिन, उनकी कप्तानी जाने के बाद अब इन मामला बिगड़ सकती है. हम अपने इस आर्टिकल में ऐसे ही 4 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
1. अजिंक्य रहाणे
इस लिस्ट में पहला नाम अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का आता है. जो पिछली कई टेस्ट पारियों से लगातार आउट आफ फॉर्म में चल रहे हैं. विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में लगातार फ्लॉप पारियों की वजह से न सिर्फ उन्हें टीम में बल्कि अंतिम ग्यारह में जगह मिलती रही है.
इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारत-साउथ अफ्रीका के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज रही. 3 मैचों की श्रृंखला में उनका बल्ला एक पारी को छोड़कर बाकी 5 पारी में पूरी तरह से नहीं चला. इसके बाद भी उन्हें तीनों मुकाबलों में मौके दिए गए. आखिरी बार रहाणे ने साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शतक जड़ा था.
इसके बाद से वो लगातार बल्लेबाजी क्रम में संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में इस तरह की संभावनाएं लगाई जाने लगी है कि जिस तरह की फॉर्म में हैं उसे देखते हुए टेस्ट में नए कैप्टन की नियुक्ति के बाद वो बाहर दिए जा सकते हैं. रहाणे के रिप्लेसमेंट में अय्यर जैसे कुछ युवा खिलाड़ी भी टीम में आ चुके हैं जिन्होंने डेब्यू के साथ ही खुद को साबित किया है.
2. चेतेश्वर पुजारा
इस सूची में दूसरा बड़ा नाम चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का आता है जिनकी कुछ पारियों को नजरअंदाज कर दिया तो आउट ऑफ फॉर्म में हैं. रहाणे के जैसे पुजारा का भी हाल है. पिछले दो साल से उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है. उनकी लगातार फ्लॉप पारी टीम के लिए बड़ी समस्या बन गई है.
हालांकि विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपनी कप्तानी में पुजारा पर लगातार भरोसा जताया. लेकिन, अभी तक वो फॉर्म हासिल नहीं कर सके हैं जो एक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज में होती है. इसके चलते टीम इंडिया को शिकस्त का भी सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि मिडिल ऑर्डर से वो रन नहीं बन रहे हैं जो बनने चाहिए.
लेकिन, अब कोहली के टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद पुजारा के टेस्ट करियर पर संकट मंडराने लगा है. यहां तक कि नए कप्तान के बाद उन्हें भारतीय टीम में अपनी जगह से भी हाथ धोना पड़ सकता है. उनकी जगह चयनकर्ता सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में उतार सकते हैं.
3. इशांत शर्मा
इस सूची में तीसरा बड़ा नाम इशांत शर्मा (Ishant Sharma) का आता है जो पिछले लंबे सालों से टेस्ट फॉर्मेट का हिस्सा रहे हैं. भारत की ओर से 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके अनुभवी तेज गेंदबाजों में से एक इशांत का बीते कुछ समय से प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. उनकी गेंदबाजी में अब पहले वाले प्रभाव की कमी साफ देखी जा रही है.
इशांत शर्मा का इस तरह से लगातार आउट ऑफ फॉर्म में होना उनके करियर के लिए घातक साबित होता हुआ दिखाई दे रहा है. हालांकि विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपनी कप्तानी में उन पर भरोसा जताया और लगातार मौके दे रहे थे.
लेकिन, अब उन्होंने जब टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है तो उनके टीम से बाहर होने की उम्मीदें जताई जा रही है. हो सकता है कि टेस्ट टीम के नए कप्तान की एंट्री के बाद उन्हें भारतीय टीम में मौका न मिले. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि मोहम्मद सिराज के आने से इशांत अक्सर प्लेइंग इलेवन से नजरअंदाज होते रहे हैं.
4. रिद्धिमान साहा
इस लिस्ट में आखिरी चौथा बड़ा नाम रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) का आता है जिन्हें लगातार टेस्ट टीम में जगह मिल रही थी. हालांकि पंत के आने के बाद से उनका अंतिम ग्यारह से पत्ता कट गया है. इसका कारण उनकी खुद की खराब फॉर्म रही है. जिसके चलते पंत को ज्यादा मौके दिए जाते रहे हैं.
हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ पंत की गैरमौजूदगी में उन्हें जब साहा को मौका मिला था तो उन्होंने पहले टेस्ट मुकाबले में अपने बल्ले से कमाल का प्रदर्शन का था. लेकिन, इसके बाद उनके बल्ले से कुछ खास रन नहीं निकले थे. इसके बावजूद विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में उन्हें टेस्ट टीम में मौके मिलते रहे.
लेकिन, अब जब टीम में केएस भरत जैसे युवा खिलाड़ियों को तवज्जो मिलने लगा है उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि टेस्ट टीम के नए कप्तान की नियुक्ति के बाद उन्हें भी अपनी जगह से हाथ धोना पड़ सकता है.