सैयद मुश्ताक अली 2021 ट्रॉफी खत्म होने के बाद 20 फरवरी से विजय हजारे ट्रॉफी 2021 का आगाज हुआ है, लेकिन कोरोना की मार अब इस लीग पर भी बुरी तरह से पड़ गई है. हाल ही में खबर आई है कि, 3 खिलाड़ी कोविड-19 पॉजिटिव पाए हैं. जिसके बाद अब बीसीसीआई भी काफी सतर्क हो गई है. क्योंकि एक बार फिर कोरोना के केस देश के कुछ राज्यों में बढ़ने लगे हैं.
विजय हजारे ट्रॉफी पर मंडराया कोरोना का साया
दरअसल किसी भी लीग में हिस्सा लेने से पहले ही खिलाड़ियों का अब पहले कोरोना चेकअप होता है, उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही कोई फैसला लिया जाता है. ऐसे ही रूल्स विजय हजारे में भी हैं. जिनमें शामिल होने वाले खिलाड़ियों का पहले कोरोना टेस्ट हो रहा है, इसके बाद उन्हें मैदान में उतरने की इजाजत दी जा रही है.
ऐसे में नियमों के मुताबिक विजय हजारे ट्रॉफी में शामिल होने वाले खिलाड़ियों की हाल ही में आई रिपोर्ट के बाद जानकारी मिली है कि, 3 खिलाड़ी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इनमें बिहार, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के प्लेयर्स शामिल हैं.
विजय हजारे ट्रॉफी में शामिल हुई इन 3 टीमों के खिलाड़ी मिले कोरोना पॉजिटिव
कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए जाने के बाद तीनों खिलाड़ियों को आइसोलेशन में रखा गया है. इंडियन एक्सप्रेस ने एक बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक लिखा है कि, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश के खिलाड़ियों का बीते हफ्ते ही कोरोना टेस्ट हुआ था. जिनमें दोनों टीमों के 1-1 खिलाड़ी संक्रमित थे. लेकिन टीम पर खेलने का प्रतिबंध नहीं लगाया गया था.
इस समय महाराष्ट्र और हिमाचल टीम विजय हजारे ट्रॉफी के लिए जयपुर में खेल रही हैं. जबकि बिहार की टीम का मैच बेंगलुरु में जारी है. 22 फरवरी को कर्नाटक और बिहार के बीच मुकाबला हुआ था. लेकिन एक खिलाड़ी के संक्रमित पाए जाने के बाद अब एक बार फिर से पूरी टीम का कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा.
विजय हजारे ट्रॉफी में शामिल तीनों टीमों का फिर से होगा कोरोना टेस्ट
हालांकि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी प्लेयर्स को अपने कमरे में ही रहने के लिए कहा गया है. इस बारे में बिहार के एक खिलाड़ी ने इंडियन एक्सप्रेस जानकारी देते हुए बताया कि, हमारा दोबारा से आरटी-पीसीआर टेस्ट होगा. हालांकि अभी हमें अपने कमरों से बाहर निकलने से मना किया गया है. फिलहाल टेस्ट रिपोर्ट आने के बा आगे का कोई फैसला मैनेजमेंट करेंगा.
जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई की ओर से विजय हजारे ट्रॉफी के के लिए खेल रही सभी टीमों के खिलाड़ियों के तीन बार कोरोना टेस्ट हुए हैं. टूर्नामेंट में शामिल होने वाले सभी खिलाड़ी बायो बबल में रहते हैं. इस दौरान कोई भी बाहरी शख्स की टीम में आने की इजाजत नहीं होता है.