IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच टीम इंडिया (IND vs ENG) के लिए बड़ी सिरदर्दी बनता जा रहा है। एक तो इस मुकाबले के शुरू होने से पहले केएल राहुल के रूप में भारत को तगड़ा झटका लगा। इसके बाद आर अश्विन भी निजी कारण के चलते चलते मैच से बाहर हो गए। सरफराज खान और ध्रुव जुरेल के रूप में 2 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। लिहाजा रोहित शर्मा नई-नवेली टीम के साथ बैजबॉल का सामना कर रहे हैं। वहीं इस बीच 34 साल के भारतीय खिलाड़ी ने संन्यास लेकर फैंस को तगड़ा झटका दे दिया है।
IND vs ENG टेस्ट सीरीज के बीच भारतीय खिलाड़ी का संन्यास
टीम इंडिया में इन दिनों बदलाव का दौर जारी है। जिसके चलते भारत बनाम इंग्लैंड (IND vs ENG) दिग्गजों को दरकिनार कर युवाओं को मौका देने की कवायद जारी है। इस चक्कर में बहुत से सीनियर खिलाड़ी नाराज है और कई बड़े कदम उठाए हैं, इसी कड़ी में अब 34 साल के तेज गेंदबाज वरुण आरोन लगातार बीसीसीआई की नजरन्दाजगी बर्दाश्त कर अखिरकार संन्यास का फैसला कर लिया है।
साल 2011 में डेब्यू करने के बावजूद उन्हें लगातार मौके नहीं दिए जा रहे थे। यहां तक कि आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन ठंडा गरम रहा है ऐसे में अचानक वरुण के संन्यास से हर कोई हैरान है।
संन्यास पर तोड़ी चुप्पी
वरुण आरोन (Varun Aaron) ने संन्यास लेने के साथ इसके पीछे की वजह का भी खुलासा किया है। तेज गेंदबाज का कहना है कि चोटों से लगातार परेशान होने के चलते उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया है। मीडिया से बात करते हुए वरुण ने बताया कि जमशेदपुर में वो अपने करियर का आखिरी मैच खेलेंगे। 34 वर्षीय गेंदबाज ने कहा,
"मैं 2008 से लाल गेंद की क्रिकेट खेल रहा हूं, इस दौरान मुझे कई बार चोटिल होना पड़ा है। अब 34 साल की उम्र में मैं समझ गया हूं कि मेरा शरीर इतना भार लेने के लिए सक्षम नहीं है और तेज गेंदबाजी के लिए शरीर अनुमति नहीं देता है। इसीलिए मैंने क्रिकेट नहीं खेलने का फैसला किया है। मैं अपने परिवार और जमशेदपुर के लोगों के सामने आखिरी मैच खेलूंगा यहीं से मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी।"
IND vs ENG: 150 KMPH से मचाते थे कहर
गौरतलब है कि वरुण आरोन अपने डेब्यू के साथ ही सनसनी बन चुके थे। लगातार 150 किलोमीटर से भी ज्यादा गति की रफ्तार से गेंदबाजी करने की उनकी काबिलियत ने उन्हें सबसे अलग लाकर खड़ा कर दिया था। साल 2011 में विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने 153 किलोमीटर की स्पीड से गेंदबाजी कर खलबली मचाई थी। इसके बाद उन्हें आईपीएल और फिर इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका मिला। उन्होंने 9 वनडे और इतने ही टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमे उनके खाते में 11 और 18 विकेट आए है।
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