Vaibhav Arora: इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में पंजाब किंग्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुआ मुकाबला तो आप सभी को याद होगा ही। उस मैच में पंजाब किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स को 54 रन से करारी मात दी थी। इस मैच के सुपरस्टार ऑलराउंडर लियम लिविंगस्टोन और गेंदबाज वैभव अरोड़ा (Vaibhav Arora) रहे थे। उस मैच में वैभव अरोड़ा ने अपनी गेंदबाजी से सबका दिल जीत लिया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बार वैभव अरोड़ा ने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था! वैभव का आईपीएल में खेलने तक सफर आसान नहीं था। आइए जानते हैं उनके आईपीएल तक के सफर के बारे में......
Vaibhav Arora ने लिया था क्रिकेट छोड़ने का फैसला
वैभव अरोड़ा का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। उनके जीवन में ऐसा समय भी आया जब उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया था। वैभव अरोड़ा के कोच रवि वर्मा ने किया खुलासा कि वैभव ने क्रिकेट छोड़कर प्राइवेट नौकरी का विकल्प चुनने पर विचार किया था। जिससे उन्हें अपनी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिल सके। कोच रवि वर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि,
"सर कोई भी प्राइवेट नौकरी देख लो, क्रिकेट अब नहीं हो सकता।' कोच रवि वर्मा ने वैभव के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए आगे कहा कि, 'मैंने उससे कहा कि अपने माथे पर ‘Quitter’ टैटू बनवा लो और दोबारा कभी मुझे फोन मत करना।"
इस वजह से किया था Vaibhav Arora ने क्रिकेट छोड़ने का फैसला
कोच रवि वर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हिमाचल प्रदेश के दाहिने हाथ के तेज गेंदबाज वैभव अरोड़ा की ओर से डिस्ट्रिक्ट मैच के दौरान उनकी गेंदबाजी के दौरान कई कैच छूटे जिसके कारण उनका बॉलिंग फिगर खराब हो गया था। इस वजह से वैभव अरोड़ा को लगा था कि अब वो उच्च स्तर पर क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे।
हिमाचल की तरफ से किया था Vaibhav Arora रणजी ट्रॉफी डेब्यू
जब वैभव अरोड़ा के कोच ने उन्हे ‘Quitter’ का टैटू बनवाने के लिए कहा तब कोच के शब्दों ने उन्हें अपने कौशल पर कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया जिसके बाद वैभव अरोड़ा को अपने करियर में एक बड़ी सफलता मिली। वैभव अरोड़ा ने साल 2019-20 में हिमाचल प्रदेश के लिए अपनी पहली रणजी ट्रॉफी खेली। वैभव अरोड़ा ने आईपीएल में दुबई में अपने पहले नेट सेशन के बाद कहा था,
' केएल राहुल भाई ने मुझसे पूछा कि मैं कहां से खेलता हूं और कहा कि आप जल्द ही आईपीएल में खेलेंगे। अनिल सर भी एक बार मेरे पास आए और ऐसा ही सवाल पूछा उन्होंने कहा कि मुझमें क्षमता है और मुझे कड़ी मेहनत करते रहने के लिए कहा।'