Saurabh Netravalkar: अमेरिका के खिलाफ पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा था. पाकिस्तान हार में जीत के रूप में भारतीय मूल के तेज गेंजबाज सौरव नेत्रवलकर (Saurabh Netravalkar) चमके. जिन्होंने शानदार गेंदबाजी कर पाकिस्तान घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था.
वहीं सुपर ओवर में जीत के लिए पाकिस्तान 17 रन चाहिए थे तो भारतीय मूल के खिलाड़ी USA के लिए ढाल बनकर खड़े हो गए. सौरव ने किफायती गेंदबाजी कर अमेरिका जीत दिलाई. जिसके बाद से फैंस की चुबान पर सौरव नेत्रवलकर का नाम चढ़ा हुआ. वहीं अब उनके क्रिकेटिंग करियर से एक रोचक किस्सा सामने आया है. जब वह आईपीएल में केकेआर (KKR) टीम का हिस्सा बनते बनते रह गए थे.
Saurabh Netravalkar ने पाकिस्तान को दिखाया आईना
- अमेरिका को पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दिलाने में भारतीय मूल के तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर का अहम योगदान रहा.
- जिसके बाद पाकिस्तान की हार से ज्यादा उनके नाम के चर्चे हो रहे हैं.उनके बार में बहुत कम फैंस ही जानते हैं कि भारत से ताल्लुक रखते हैं.
- उनका जन्म मुंबई में हुआ है. भारत के लिए उन्होंने घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए डेब्यू भी किया.
- इतना नहीं नेत्रवलकर साल 2010 में अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे. जहां उन्होंने अच्छी गेंदबाजी का नमूना पेश किया था.
- लेकिन, वह साल 2015 में अमेरिका के चले गए. जहां उन्होंने अपने आगे क्रिकेट को पंख दिए. जहां उन्होंने साल 2029 में USA के लिए इंटरनेशनल मैच खेला.
KKR का हिस्सा बनत-बनते रह गए सौरभ
सौरव नेत्रवलकर (Saurabh Netravalkar) ने भारत के लिए अंडर19 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया था. वह 6 मैचों में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने के वाले गेंदों की सूची में थे. वहीं साल 2008 में उनके पास केकेआर टीम में शामिल होने का मौका था. क्योंकि IPL 2008 में कुछ ट्रॉयल्स मुंबई में थे. जहां उन्होंने अपना ट्रॉयल दिया था. वहीं भारतीय लेखक जॉय भट्टाचार्य सौरव नेत्रवलकर ने क्रिकबज पर बात करते हुए कहा,
"2008 में पहले आईपीएल के बाद कुछ ट्रायल्स मुंबई में थे और यह यंग लड़का आया और बॉलिंग की. पिछले दिन मैंने केकेआर स्टाफ की लिस्ट देखी. उसमें लिखा था कि यह लड़का संभावना है. हमें इसे तुरंत साइन करना चाहिए. भले ही वह अभी न खेले, हमें उसे बाद में खिलाना चाहिए."
आगे बातचीत करते हुए कहा,
''मुझे याद है कि मैंने उन्हें कॉल की, लेकिन उनके पास करने के लिए और चीज़ें थीं. उन दिनों वह अपने एग्जाम के लिए पढ़ाई कर रहे थे''