उन्मुक्त चंद ने भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अमेरिका की क्रिकेट लीग के साथ किया कई सालों का करार
Published - 14 Aug 2021, 11:35 AM

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भारत की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के मेजबान रहे उन्मुक्त चंद (Unmukt chand retirement) ने बीते दिन ही रिटायरमेंट की घोषणा की थी. उन्होंने यह फैसला कर अपने फैंस को चौंका दिया है. भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब वो दूसरे देश की ओर से खेलते हुए नजर आएंगे. जिसे लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई है. क्या है पूरी अपडेट, जानिए इस रिपोर्ट के जरिए....
इस लीग की ओर से खेलते नजर आएंगे Unmukt chand
दरअसल हाल ही में उनका अमेरिका में माइनर लीग क्रिकेट (एमएलसी) के 2021 सत्र के लिए सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स के साथ करार हुआ है. शुक्रवार को उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है. महज 28 साल के उन्मुक्त चंद (Unmukt chand) शनिवार को टोयोटा माइनर लीग क्रिकेट चैंपियनशिप के दौरान मोर्गन हिल आउटडोर खेल परिसर में स्ट्राइकर्स के लिए सोशल लैशिंग्स के खिलाफ डेब्यू करेंगे.
लीग की वेबसाइट के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका में खेल के विकास में मदद के लिए उन्मुक्त ने मेजर लीग क्रिकेट के साथ कई साल का अनुबंध किया है. वो इस लीग की ओर से खेलने के साथ ही अमेरिका की अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए मार्गदर्शक की भी भूमिका निभाएंगे. माइनर लीग क्रिकेट चैंपियनशिप की बात करें तो यह अमेरिका के शहर आधारित 27 टीमों का राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट है. इसकी शुरूआत हाल ही में हुई है.
संन्यास लेते वक्त लिखा इमोशनल नोट
इस लीग में 26 अलग-अलग स्थानों पर 200 से ज्यादा मुकाबले आयोजित होंगे. वहीं 400 से ज्यादा खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में हिस्सा बनेंगे. भारत की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रह चुके भारतीय खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर सके. शुक्रवार को अपने ट्वीटर अकाउंट के जरिए एक के बाद एक 4 ट्वीट कर उन्होंने अपने रिटायरमेंट के बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्होंने अपने कुछ यादगार वीडियो को भी नोट के साथ साझा किया.
उन्मुक्त चंद (Unmukt chand) ने अपने नोट में लिखा कि,
"बीते कुछ सालों में जो चीजें हुई थीं, उससे मैं अंदर से शांत नहीं था. मैं फिर भी उम्मीद की किरण देखता हूं और यादगार स्मृतियों के साथ बीसीसीआई को अलविदा कहता हूं और दुनिया भर में बेहतर मौकों की तलाश करूंगा."
साल 2012 में उन्होंने टीम की मेजबानी करते हुए भारतीय अंडर-19 टीम को विश्व कप का खिताब दिलाया था. जिसके बाद वो काफी ज्यादा सुर्खियों में रहे थे.
बीसीसीआई को कहा- धन्यवाद
उन्होंने अपने नोट में आगे लिखा कि, "क्रिकेट दुनिया भर में खेला जाता है और भले ही मतलब बदल जाए. लेकिन, अंतिम लक्ष्य हमेशा वही रहता है जो शीर्ष स्तर पर क्रिकेट खेलना है." इसके साथ ही उन्होंने बीसीसीआई का भी आभार व्यक्त किया और अंडर-19 विश्व कप जीत को अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा पल बताया. इस बारे में उन्होंने लिखा कि,
"बीसीसीआई को आभार जिसने मुझ जैसे क्रिकेटर को इतने सारे शिविरों, आयु ग्रुप और सीनियर बोर्ड टूर्नामेंट IPL में खुद को प्रसेंट करने और अपनी प्रतिभा दिखाने का प्लेटफॉर्म दिया. भारत में मेरी क्रिकेट यात्रा में कुछ शानदार पल रहे जिसमें देश के लिए अंडर-19 विश्व कप जीतना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा पल था.
कप्तान के तौर पर कप उठाना विशेष अहसास था जिससे दुनिया भर में इतने सारे भारतीयों के चेहरों पर मुस्कान आई. मैं उस अहसास को कभी नहीं भूल सकता. कई मौकों पर भारत ए की अगुआई करना, अलगृ-अलग द्विपक्षीय और ट्राई जीतना मेरी यादों में हमेशा के लिए दर्ज हो गया है."