प्लेऑफ की रेस से बाहर होने के बाद सनराईजर्स हैदराबाद ने अपने आखिरी मुकाबलों में कई सारे युवा खिलाडियों को मौका दिया. जिसमे से एक जम्मू कश्मीर के युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक भी है. उमरान ने अपने शुरुआती मुकाबलों में ही अपनी काफी तेज गेंद फेकने की क्षमता से कई सारे दिग्गजों को प्रभावित किया है. उनके इस प्रदर्शन के बाद उन्हें टी-20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम में नेट गेंदबाज के रूप में शामिल किया गया है.
नेट गेंदबाज के रूप में भरतीय टीम में शामिल हुए उमरान मलिक
उमरान मलिक ने केकेआर के खिलाफ हैदराबाद के लिए अपना आईपीएल डेब्यू किया और कई लोगों का ध्यान खींचा क्योंकि उन्होंने 151.03 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की गेंद डाली और मौजूदा सीजन में एक भारतीय गेंदबाज द्वारा सबसे तेज गेंद फेंकी. आरसीबी के खिलाफ अगले मैच में, उन्होंने इतिहास रच दिया क्योंकि उन्होंने आईपीएल में किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज गेंद फेंकी थी क्योंकि उन्होंने 153 किमी प्रति घंटे की गति को छुआ था. उनकी प्रतिभा और प्रयासों ने उन्हें क्रिकेट जगत से काफी प्रशंसा दिलाई है और उन्हें टी-20 विश्वकप में नेट गेंदबाज के रूप में भारतीय टीम के साथ रहने के लिए कहा गया है.
विराट कोहली ने मलिक को लेकर कही बड़ी बात
हैदराबाद के खिलाफ हुए मैच के बाद आरसीबी और भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने उमरान मलिक के बारे में बात करतें हुए कहा, किसी को तेज गति से गेंदबाजी करते हुए देखना अच्छा है. उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाजों का मजबूत होना भारत के लिए बहुत बड़ी सकारात्मक बात है.
“यह टूर्नामेंट हर साल नयी प्रतिभा को सामने लाता है, एक आदमी को 150 की गति के ऊपर गेंदबाजी करते हुए देखना अच्छा है. यहां से लोगों की प्रगति को समझना महत्वपूर्ण है. तेज गेंदबाजों का मजबूत होना हमेशा भारतीय क्रिकेट के लिए एक अच्छा संकेत है और जब भी आप इस तरह की प्रतिभा देखते हैं, तो आपकी नजर उन पर होगी और सुनिश्चित करें कि आप उनकी क्षमता को ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें जो पहले से ही आईपीएल स्तर पर देखा जा रहा है.
इरफ़ान पठान ने पहचाना मलिक का टेलेंट
उमरान मलिक ने अपने क्रिकेट के सफ़र के बारे में बात करते हुए कहा,
2018 में मैं नियमित रूप से अभ्यास कर रहा था. अंडर -23 के लिए खेलने के बाद, मैंने विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी खेली. मुझे मौका देने के लिए मैं SRH फ्रेंचाइजी को धन्यवाद देता हूं. इरफान पठान आए और उन्होंने मुझे बताया कि मैं कहां सुधार कर सकता हूं. मैं पहले तो डर गया था जब मुझे नेट्स में वार्नर और विलियमसन को गेंदबाजी करनी थी. मैंने भगवान से प्रार्थना की कि मैं सिर्फ अच्छी गेंदें फेंकूं. मैं सीखता रहा और इससे मुझे मदद मिली है.