Umesh Yadav: कोलकाता नाइट राइडर्स के सुपरस्टार गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) ने अपनी टीम को इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) के दो मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई है। उनका आईपीएल 202 का अब तक का प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा है। अपने परफ़ोर्मेंस के दम पर वह पर्पल कैप की रेस में सबसे आगे हैं। उमेश यादव (Umesh Yadav) ने यहाँ तक आने के लिए बहुत संघर्ष किया है। उन्होंने खुद अपने स्ट्रगल की कहानी बताई है। उनके यह वीडियो कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया।
Umesh Yadav ने बताई अपनी स्ट्रगल स्टोरी
कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है, इस वीडियो में केकेआर के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने अपने साधारण बैकग्राउंड के बारे में बात की और यह भी बताया कि उनके लिए भारत के लिए खेलने का सपना सच करना कितना मुश्किल था। उन्होंने कहा,
"जहां से मैं हूं, वहां बहुत कम लड़के होंगे जो मानते हैं कि वे भारत के लिए खेल सकते हैं। क्रिकेट खेलना और सपने देखना उनके लिए महंगा था। किट, बल्ला, पैड, जूते इत्यादि। आप ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि आप कोयले की खान में रहते हैं, तुम्हारे पिता कोयले की खान में जाते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं। उस समय मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलूँगा क्योंकि यह मेरी कल्पना से परे था।"
Umesh Yadav ने वाइट गेंद के गेंदबाज न होने के लेबल पर भी दिया अपना रिएक्शन
उमेश ने बताया कि उनका 50 ओवर के क्रिकेट में भारत के लिए खेलते हुए सबसे बेहतरीन समय 2015 वर्ल्ड कप के दौरान था, जहाँ उन्होंने टीम के लिए सर्वाधिक 18 विकेट हासिल किये थे। उन्होंने कहा,
"2014 में (केकेआर के साथ) खिताब जीतने के बाद, मेरे लिए अगला बड़ा क्षण 2015 वर्ल्ड कप था। जिस तरह के विकेट मुझे मिले, मैं भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज था। इसलिए वाइट बॉल में असली यात्रा वहीं से शुरू हुई।"
टेस्ट टीम से भी किया गया था Umesh Yadav को ड्रॉप
अपनी धाकड़ परफ़ोर्मेंस के बाद भी उमेश यादव को कुछ टाइम के लिए वाइट बॉल की टीम से ड्रॉप कर दिया गया और लोगों ने उन्हें सीमित ओवरों का गेंदबाज मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा,
"मुझे बुरा लगा जब मेरे करियर में गिरावट आई थी और जब मैं भारतीय वाइट बॉल वाली टीम से अंदर और बाहर था। लोगों ने मुझे किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में लेबल किया जो वाइट बॉल वाला गेंदबाज नहीं है। मुझे बुरा लगा कि अचानक इतना कुछ बदल गया , एक समय मैं 2015 वर्ल्ड कप में भारत का सर्वाधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज था। लेकिन यह ठीक है, यह जीवन है, यह चलता रहता है"