6,6,6,6,6,6,6.... रणजी ट्रॉफी में गेंद नहीं बल्ले से चमके उमेश यादव, 10वें नंबर पर बल्लेबाजी कर जड़ डाला हाहाकारी शतक
Published - 02 Dec 2025, 04:49 PM | Updated - 02 Dec 2025, 04:58 PM
भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) ने रणजी ट्रॉफी में सबको हैरान कर दिया, लेकिन इस बार गेंद से नहीं बल्कि अपने बल्ले से। दसवें नंबर पर बैटिंग करते हुए, उन्होंने लंबे छक्कों से भरी एक ज़बरदस्त सेंचुरी बनाई। उनकी जबरदस्त हिटिंग ने विरोधी टीम को बेबस कर दिया और भीड़ खुश हो गई।
मुख्य रूप से अपनी तेज बॉलिंग के लिए जाने जाने वाले, उमेश ने अपनी जबरदस्त बैटिंग स्किल्स भी दिखाईं। यह अचानक लगी सेंचुरी इस सीजन के सबसे चर्चित पलों में से एक बन गई है।
Umesh Yadav का इंटरनेशनल वापसी का लंबा इंतज़ार
भारतीय तेज गेंदबाज Umesh Yadav लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने आखिरी बार 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ द ओवल में भारत के लिए खेला था। तब से, वह घरेलू क्रिकेट पर ध्यान दे रहे हैं, और ऐसा दमदार प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे उन्हें नेशनल टीम में वापसी करने में मदद मिल सके।
Umesh Yadav ने खुले तौर पर वापसी करने की इच्छा ज़ाहिर की है और उनका मानना है कि वह कुछ और साल भारत के लिए खेलना जारी रख सकते हैं।
हालांकि वह मुख्य रूप से अपनी खतरनाक तेज़ गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उन्होंने अक्सर साबित किया है कि जब भी उन्हें मौका मिलता है, वह बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं।
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ओडिशा के खिलाफ शानदार रणजी ट्रॉफी सेंचुरी
उनकी कम जानी-मानी लेकिन कभी न भूलने वाली कामयाबियों में से एक 2015 रणजी ट्रॉफी में ओडिशा के खिलाफ उनकी जबरदस्त सेंचुरी है। क्रिकेट सरप्राइज़ से भरा खेल है, और Umesh Yadav की पारी ने ठीक यही साबित किया।
तेज गेंदबाज होने के बावजूद, उन्होंने निडर और ज़बरदस्त बैटिंग दिखाई, सिर्फ़ 119 गेंदों पर 128 रन बनाए। उनकी पारी में 7 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के शामिल थे, जिससे विरोधी टीम हैरान रह गई।
यह पारी घरेलू क्रिकेट में किसी निचले क्रम के बल्लेबाज की सबसे यादगार पारियों में से एक है। यह Umesh Yadav की पहली फर्स्ट-क्लास सेंचुरी भी है—एक ऐसी उपलब्धि जिसने उनकी छिपी हुई बैटिंग क्षमता को दिखाया।
आठ विकेट गिरने के बाद एक शानदार पार्टनरशिप
जब विदर्भ ने आठ विकेट खो दिए थे, तो ओडिशा मैच पर पूरी तरह से कंट्रोल में लग रहा था। हालांकि, Umesh Yadav के कुछ और ही प्लान थे। उन्होंने शानदार काउंटर-अटैक किया और गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया।
विदर्भ ने 256/6 से अपनी पारी फिर से शुरू की, लेकिन रेगुलर इंटरवल पर विकेट गिरते रहे। एक छोर पर अफरा-तफरी मची रही; दूसरे छोर पर, उमेश बड़े हिट लगाते रहे। उनके आक्रामक रवैये ने विदर्भ को पहली पारी में 467 रनों का बड़ा टोटल बनाने में मदद की।
उन्होंने अक्षय वाडकर के साथ 102 रनों की अहम पार्टनरशिप भी की, जिससे टीम आखिरी विकेट गिरने से पहले 395/9 तक पहुंच गई। हालांकि मैच आखिरकार ड्रॉ पर खत्म हुआ, लेकिन उमेश यादव की सेंचुरी इस मुकाबले की सबसे बड़ी हाईलाइट रही।
Umesh Yadav के इंटरनेशनल करियर पर एक नजर
Umesh Yadav ने तीनों फॉर्मेट में भारत को रिप्रेज़ेंट किया है। इतने सालों में, उन्होंने 57 टेस्ट में 170 विकेट, 75 ODI में 106 विकेट और 9 T20I में 12 विकेट लिए हैं। वह 2015 ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत के सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
उमेश ने 2010 में ODI और 2011 में टेस्ट डेब्यू किया था। हालांकि वह 2023 से टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन वह विदर्भ के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते रहते हैं और RCB, DC और KKR जैसी टीमों के लिए IPL में खेल चुके हैं। उनका डेडिकेशन और ज़बरदस्त परफॉर्मेंस दिखाता है कि उनके पास अभी भी भारतीय क्रिकेट में देने के लिए बहुत कुछ है।
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ऑथर के बारे में
यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।