सड़कों पर क्रेडिट कार्ड बेचने से लेकर U-19 World Cup का सफर, ये युवा खिलाड़ी बन गया मिसाल
Published - 30 Jan 2022, 08:35 AM

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वेस्ट इंडीज में खेले जा रहे U-19 World Cup में युवा खिलाड़ियों का संघर्ष करोड़ों लोगों को प्रेरित कर रहा है। क्रिकेट खेल रहे हर खिलड़ी के जहन में हमेशा अपने देश के लिए खेलने के जुनून रहता है। लेकिन देश का प्रतिनिधित्व करने वाली 11 खिलाड़ियों की टीम में मिलना बिल्कुल आसान नहीं है। इसके लिए खिलाड़ी को धैर्य और प्रतिभा के साथ किस्मत का मेल होना भी जरूरी होता है। वहीं अगर कोई क्रेडिट कार्ड बेचता हुआ अपने देश की क्रिकेट टीम में खेलने लगे उसे देख कर सभी को हैरानी होना लाजमी है।
खैबर वली की कहानी
मौजूदा समय में वेस्ट इंडीज में खेले जा रहे U-19 World Cup में अफगानिस्तान टीम के 18 साल के खिलाड़ी खैबर वली की कहानी कुछ ऐसी है। इस खिलाड़ी की कहानी से हर व्यक्ति जीवन में कुछ बेहतर करने की प्रेरणा ले सकता है। अफगानिस्तान की सड़कों पर क्रेडिट कार्ड बेचने वाले खैबर वली आज अपने देश की अंडर-19 टीम के लिए खेल रहे हैं।
जब मिली U-19 World Cup में चयन की खबर
खैबर वली ने अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में जन्म लिया है। पिछले साल दिसंबर के महीने में खैबर की किस्मत ने ऐसे पलटी मारी की अब खैबर खुशियों के आसमान पर है। बदहाली और पैसों की कमी के चलते खैबर बाकी दिनों की तरह अफगानिस्तान की सड़कों पर क्रेडिट कार्ड बेच रहे थे, तब ही एक शख्स ने खैबर को U-19 World Cup में अफगानिस्तान टीम में उनके चयन होने की खबर दी। ये खबर सुनते हुए खैबर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उन्होंने खबर देने वाले व्यक्ति को गले लगाया और उसका मुंह मीठा किया।
क्रिकेट कोचिंग के खर्च के लिए बेचे क्रेडिट कार्ड
खैबर वली का U-19 World Cup के लिए अफगानिस्तान टीम में शामिल होना बेहद मुश्किल था। खैबर के परिवार में 15 लोग है, गरीबी और बदहाली के कारण खैबर अपने क्रिकेट कोचिंग का खर्च खुद उठाने के लिए क्रेडिट कार्ड बेचा करते थे। लगभग 5 सालों तक खैबर दिन में क्रिकेट कोचिंग लिया करते थे फिर शाम को सड़कों पर क्रेडिट कार्ड बेचा करते थे। कड़ी मेहनत के बाद खैबर को इसका रिजल्ट मिलन शुरू हो गया था। उन्होंने अपनी स्टेट टीम में जगह बना ली थी।
दिसंबर 2021 से बदल गई किस्मत
साल 2021 में खैबर वली ने अंडर-19 टीम के लिए ट्रायल दिया था। इस ट्रायल में खैबर की बल्लेबाजी से कोच प्रभावित हुए थे। इसके बाद उन्हें बेहतर ट्रैनिंग देने के लिए अफगानिस्तान के नैशनल कैम्प में रखा गया। इसी कैम्प में उन्होंने कड़ी मेहनत की जिसके बाद पहले उन्हें अंडर-19 एशिया कप के लिए सिलेक्ट किया गया। इसके बाद U-19 World Cup में भी खैबर वली का सिलेक्शन हो गया। खैबर वली की ये कहानी हर शख्स के लिए मिसाल है।
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