U-19 WC 2022: भारती अंडर-19 टीम (U19 Team India) ने इंग्लैंड को फाइनल में हराकर 'अंडर-19 वर्ल्ड कप' का खिताब पांचवीं बार अपने नाम कर लिया है. इन युवा खिलाड़ियों ने इस पूरे टूर्नामेंट में पूरी दिलेरी के साथ अपना बेस्ट दिया. किसी भी अंडर-19 टीम के सामने घुटने नहीं टेके बल्कि दमदार प्रदर्शन के साथ मुकाबला जीतने में कामयाब हुए.
यश ढुल की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 का खिताब दिलवाने में अहम भूमिका निभाई. भारत ने फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार विश्व चैंपियनशिप बने. इस पूरे टूर्नामेंट में कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन के काफी इम्प्रेस किया.पहले मैच से लेकर फाइनल तक भारत की जीत हीरों रहे.
जिन्होंने भारत को 'अंडर-19 वर्ल्ड कप' 2022 का चैंपियन बनाया. आइये उन खिलाड़ियों के बारे में जानते है जो इस जीत के हीरे बन कर उभरें और अपनी काबिलियत के दम पर भारत अंडर-19 वर्ल्ड कप' के फाइनल में पहुंचाकर चैंपियन बनवाया.
1.कप्तान यश ढुल
टीम को अंतिम सफर तक पहुंचाने में टीम के खिलाड़ियों के साथ साथ एक कप्तान की भी अहम भूमिका होती है. क्योंकि कप्तान एक एंकर का रोल अदा करता है. यानी टीम को बांधकर आगे ले जाने में पुरजोर कोशिश करता है. जिसमें अंडर-19 टीम कप्तान यश ढुल पूरी तरह सफल रहे.
भारत की जीत में बतौर कप्तान और बतौर बल्लेबाज यश ढुल (Yash Dhull) का भी बड़ा योगदान रहा. ढुल ने 4 पारियों में एक शतक और एक अर्धशतक समेत 229 रन भी बनाए. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 110 रनों की पारी हमेशा यादगार रहेगी.
वह अंडर-19 वर्ल्ड कप में विराट कोहली और उन्मुक्त चंद के बाद शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बने. यश ढुल ने पूरे टूर्नामेंट में गेंदबाजों का सही समय इस्तेमाल किया. जिसके की सामने वाली टीम भारत के सामने बड़ा स्कोर खड़ा करने में पूरी तरह फेल रही.
2. ओपनर अंगकृष रघुवंशी
टीम को शिखर तक पहुंचाने में एक ओपनर की अहम और बड़ी भूमिका होती. ओपनर बल्लेबाज कें कंधों पर ही टीम की जीत और हार का दारोमदार होता. शुरूआत में अच्छे रन बोर्ड पर लगाकर टीम को मजबूत स्तिथि में पहुंचाना एक अच्छे ओपनर खिलाड़ी की निशानी होती हैं. ऐसा ही कुछ अंडर 19 वर्ल्ड कप (Under 19 World Cup) में भारत की तरफ से अंगकृष रघुवंशी (Angkrish Raghuvanshi) की तरफ से देखेने को मिला.
इस सलामी बल्लेबाज ने 6 पारियों में एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 278 रन बनाए. उनकी बल्लेबाजी को देखकर तो उन्हें हिटमैन कहा जाने लगा. अंगकृष ने इस टूर्नामेंट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 79 रन ठोके, फिर युगांडा के खिलाफ 144 रन जड़ दिए. अब क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ 44 रन बनाने के साथ ही 4 रन पर 1 विकेट भी लिया. वो इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं.
3.स्पिनर विकी ओस्तवाल
भारती अंडर-19 टीम (U19 Team India) के सभी डिपार्मेंट अपनी अपनी भूमिका को समझते हुए खेल के अनुरूप प्रदर्शन किया. इस पूरे टूर्नामेंट बल्लेबाज सहित गेंदबाजों ने भी कमाल का प्रदर्शन किया. जिसमें इस युवा स्पिनर खिलाड़ी विकी ओस्तवाल का भी नाम शामिल है. जिन्होंने अपनी जादूगरी गेंदबाजी से विरोधी बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाया.
स्पिनर विकी ओस्तवाल (Vicky Ostwal) भारतीय गेंदबाजों में सबसे आगे रहे. उन्होंने 6 मैचों में 12 विकेट हासिल किए. बाएं हाथ के इस स्पिनर ने वेस्टइंडीज में आईसीसी अंडर -19 विश्व कप के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच विकेट लेकर भारत की जीत की पटकथा लिखी. पहले मैच में टीम इंडिया की ओर से हीरो साबित हुए विकी ओस्तवाल की चर्चा देश भर में हो रही है.
4. ऑलराउंडर राज अंगद बावा
ऑलराउंडर राज अंगद बावा (Raj Angad Bawa) भारती अंडर-19 टीम (U19 Team India) में अहम भूमिका निभाते है. जैसा कि इन्होंने इंग्लैंड के फाइनल मुकाबले में अपना रंग दिखाया. इन्हें इस जीत का असली हीरों बताया जा रहा हैं. राज अंगद बावा की बड़ी भूमिका रही.
इस खिलाड़ी ने पहले तो गेंदबाजी में कमाल दिखाया और फिर बाद में मुश्किल परिस्थिति में जरूरी साझेदारी कर टीम को जीत की राह पर ले आए. एक समय भारतीय टीम का पूरा टॉप आर्डर पूरी तरह बिखर गया था.
मानो ऐसा लग रहा था कि टीम हाथ से मैच निकल जाएगा, मगर राज अंगद बावा ने पूरी समझदारी से बल्लेबाजी की. इन्होंने फाइनल मुकाबले में 31 रन देकर 5 विकेट झटके साथ टीम के लिए राज बावा 35 रन भी जोड़े. इस दमदार प्रदर्शन के लिए राज बावा को 'मैन ऑफ दी मैच' चुना गया.
5. तेज गेंदबाज रवि कुमार
भारत के लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज रवि कुमार (Ravi Kumar) को भी देशभर से बधाई मिल रही. सोशल मीडिया पर इनकी जमकर तारीफ हो रही है. क्योंकि इन्होंने इग्लैंड को अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 (Under 19 World Cup) के फाइनल में 189 रन पर समेटने में अहम भूमिका रही.
18 वर्षीय रवि ने इंग्लैंड की पारी के दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर ओपनर जैकब बेथेल को एलबीडब्ल्यू आउट कर टीम इंडिया को शुरुआती सफलता दिलाई. साथ ही रवि ने भारत को शुरुआती सफलता दिलाने के साथ साथ शतक की ओर बढ़ रहे जेम्स रेउ को आउट कर टीम को बड़ी सफलता दिलाई.
जेम्स रेउ शतक बनाने के बाद भारत के लिए और घातक साबित हो सकते थे. इन्होंने इग्लैंड के खिलाफ खेले गये फाइनल मुकाबले में 9 ओवरो में 34 रन देकर 4 विकेट हासिल किये. जिसमें एक ओवर इनका मेडेल रहा.