क्रिकेट... एक ऐसा खेल जिसका नाम कानों में पड़ने के साथ ही सबसे पहले सभी के दिलों दिमाग में सचिन तेंदुलकर की तस्वीर उमड़ पड़ती है. सचिन तेंदुलकर... एकलौता ऐसे खिलाड़ी जिनको ‘क्रिकेट के भगवान’ के रूप में जाना जाता है.
क्रिकेट के भगवान, रिकार्ड्स के बादशाह, शतकों के शहंशाह, मास्टर ब्लास्टर, तेंडल्या और ना जाने कितने ही नामों से सचिन के फैंस उनको पुकारते हैं.
अनेक रिकार्ड्स के बीच नहीं बना पाए यह दो स्कोर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने तीन दशकों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला. इस दौरान उनके नाम कई ऐतिहासिक रिकार्ड्स दर्ज हुए. सचिन सबसे ज्यादा शतक लगाने के साथ टेस्ट और वनडे में आज भी सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज है.
पूरे क्रिकेटिंग करियर में लगभग 800 से ज्यादा पारियां खेलने के बाद भी सचिन तेंदुलकर दो स्कोर कभी नहीं बना सके. 200 टेस्ट, 463 वनडे और एकमात्र टी20 मैच में सचिन ने कभी भी 58 या 75 का स्कोर नहीं बनाया. यहाँ तक कि वह इन दोनों स्कोर पर कभी नाबाद भी नहीं लौटे.
वाकई में यकीन करना होगा मुश्किल
आप सभी क्रिकेट प्रेमियों को यह जानकार हैरानी जरुर हुई होगी, लेकिन यह एकदम सच है. सचिन ने 200 टेस्ट मैचों की 329 पारियों में 15921 रन बनाये, लेकिन एक बार भी 58 या 75 का आंकड़ा नहीं छु पाए. वहीं वनडे क्रिकेट में सचिन ने 463 मैचों की 452 पारियों में 18426 रन बनाये और इस दौरान भी वह कभी इन दो स्कोर को नहीं बना सके.
47 वर्षीय सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के लिए सिर्फ एक ट्वेंटी-20 मैच खेला और उस मुकाबलें में भी उनके बल्ले से सिर्फ 10 रन ही आ सके थे. वाकई में यह एक बड़ा संयोग ही कहा जाएंगा, हालाँकि सचिन के द्वारा बने गये कई स्कोर तो ऐसे रहे, जिनको उन्होंने दर्जनों बार बनाया.
34 बार हुए शून्य पर आउट
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि सचिन तेंदुलकर अपने पूरे करियर में कुल 34 बार बिना खाता खोले आउट हुए, जबकि 31 बार वह सिर्फ एक रन के स्कोर पर पवेलियन लौटे. वहीं सचिन 10 बार टेस्ट क्रिकेट में नर्वस नाइंटीज और 18 बार वनडे में 90 और 99 के बीच में आउट हुए.
सचिन ने देश के लिए अपना आखिरी एकदिवसीय साल 2012 में पाकिस्तान के विरुद्ध और अंतिम टेस्ट अगले ही वर्ष वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने घरेलू मैदान पर खेला था.