8 टीमों के वो दिग्गज खिलाड़ी जिनकी वापसी है अब नामुमकिन, नंबर 1 दिग्गज भारतीय

Published - 09 Jul 2020, 12:23 PM

खिलाड़ी

विश्वकप 2019 के बाद से विश्व की तमाम टीमों में लगातार कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. कुछ स्थानों पर अब युवा खिलाड़ियों को ही आजमाया जा रहा है. जहाँ पर युवा खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन करके सभी को बहुत ज्यादा प्रभावित भी किया है. जिसके कारण विश्व की सभी टीमों के अनुभवी खिलाड़ियों के लिए रास्ता बंद हो गया है.

कुछ अनुभवी विश्वस्तरीय खिलाड़ी पिछले कुछ सालों से टीम के बाहर चल रहे हैं. मौजूदा समय में उनकी फॉर्म को देखकर वापसी की उम्मीद भी अब खत्म हो रही है. हालाँकि उसके बाद भी वो अनुभवी खिलाड़ी लगातार टीम में अपनी वापसी को लेकर उम्मीदें लगाये हुए है. इसी कारण आज हम अपने इस विशेष लेख में आपसे टॉप 8 टीमों के उन दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बताएँगे जिनकी वापसी अब शायद नामुमकिन है.

8. वहाब रियाज़ ( पाकिस्तान )

वहाब रियाज़ पाकिस्तान के लिए उस वक्त टीम में आए जब उनके हमवतन घातक गेंदबाज शोएब अख़तर, मोहम्मद आसिफ और उमर गुल टीम में नहीं थे. साल 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले रियाज़ ने डेब्यू मैच में 63 रन देकर 5 विकेट चटका कर अपनी धमाकेदार इंट्री से सभी को हैरान कर दिया था.

वर्ष 2011 और 2015 वर्ल्ड कप में अपने प्रदर्शन के चलते वहाब रियाज क्रिकेट फैंस की याददाश्त का हिस्सा हो गए और अपने मुल्क में भी उन्हें एक सीरियस क्रिकेटर के तौर पर पहचान मिली. वहाब के उस स्पेल को कोई भी क्रिकेट प्रेमी नहीं भुला सकता जो उन्होंने 2015 के विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज शेन वाटसन के सामने डाला था.

वहीं मौजूदा समय की बात करें तो वहाब रियाज के सितारे चमकते नहीं दिखाई दे रहे हैं. उन्हें लम्बे समय से टीम से बाहर रखा गया है. हारिस रऊफ उनके विकल्प के रूप में बिलकुल फिट बैठते हैं. इसके अलावा शाहीन आफरीदी, मोहम्मद हसनेन तथा मोहम्मद अब्बास ने उनके वापसी के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं.

7. शॉन मार्श ( ऑस्ट्रेलिया )

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी शॉन मार्श को भारत के खिलाफ सीरीज के बाद से टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद उन्हें श्रीलंका के खिलाफ हुई सीरीज में भी शामिल नहीं किया गया था. पिछले वर्ष मई में मार्श ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपने टेस्ट करियर खत्म होने का डर जगजाहिर किया था.

35 साल के शॉन मार्श ने एक इंटरव्यू में बताया है कि नए खिलाड़ियों को टेस्ट टीम में मौके दिए जाने की वजह से उनके टेस्ट करियर पर तलवार लटक रही है. उन्हें डर है कि कहीं उनका टेस्ट करियर खत्म ना हो जाए. आज वही स्थिति आ गयी है. क्योंकि अब उनके टीम में वापसी की संभावना लगभग नामुमकिन है.

इसका कारण है टीम के सभी खिलाड़ियों का लगातार रन बनाना. ऑस्ट्रेलिया के पास इस समय मार्नस लाबुशेन तथा उस्मान ख्वाजा के रूप में मार्श के दो जबरदस्त विकल्प टीम में मौजूद है. ये दोनों खिलाड़ी लगातार अच्छा भी कर रहे हैं. लाबुशेन की वजह से ख्वाजा को भी टीम में जगह नहीं मिल रही है. इसी वजह से मार्श अब टीम के लिए दूसरा विकल्प बन गए हैं.

6. लहिरू थिरिमाने ( श्रीलंका )

श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान तथा दिग्गज बल्लेबाज लाहिरू थिरिमाने भी लम्बे समय से श्रीलंकाई टीम का हिस्सा नहीं हैं. थिरिमाने श्रीलंका के शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं. थिरिमाने ने पिछले वर्ष विश्व कप 2019 के दौरान एक रोचक रिकॉर्ड अपने नाम किया था. थिरिमाने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज तीन हजार रन बनाने वाले तीसरे श्रीलंकाई खिलाड़ी बन हैं.

थिरिमाने ने यह उपलब्धि अपने वनडे करियर के 100वें मैच में हासिल की थी. इस खास उपलब्धि के बावजूद थिरिमाने ने करीब 11 महीने से श्रीलंका की वनडे टीम से बाहर हैं. दरअसल टीम में इस समय शानदार युवा खिलाड़ियों की लिस्ट नजर आ रही है.

5. कॉलिन मुनरो ( न्यूजीलैंड )

न्यूजीलैंड के विस्फोटक ओपनर कॉलिन मुनरो की आक्रामक बल्लेबाजी की तो दुनिया फैन है. मुनरो वैसे तो सीमित ओवरों के क्रिकेट में खूब हल्ला बोलते हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में शतक जड़कर इतिहास रच दिया. मुनरो ने 47 गेंदों में तीन चौको जबकि 10 छक्को की मदद से सैकड़ा पूरा किया.

इस शतक को पूरा करते ही मुनरो ने वर्ल्ड के स्टार क्रिकेटरों को पीछे छोड़ा और अपना नया रिकॉर्ड कायम किया. दरअसल, मुनरो टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में तीन शतक जमाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने थे. उन्होंने क्रिस गेल, ब्रेंडन मैकुलम और एविन लेविस को पीछे छोड़ा था.

जिनके नाम टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में दो शतक दर्ज हैं. टी20 के घातक बल्लेबाज मुनरो का बल्ला एकदिवसीय क्रिकेट के फ़ॉर्मेट में मानों मौन हो जाता हो. इसी कारण मुनरो का अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए वनडे क्रिकेट खेल पाना लगभग नामुमकिन है.

4. डेल स्टेन ( दक्षिण अफ्रिका )

डेल स्टेन

हमारी इस लिस्ट में चौथे नंबर पर डेल स्टेन का नाम आता है. एक समय दक्षिण अफ्रिका टीम की गेंदबाजी की रीढ़ की हड्डी रहे दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन को अब दक्षिण अफ्रिका की गेंदबाजी का एक कमजोर पहलू माना जाता है. शायद इसी कारण वनडे क्रिकेट में उनकी वापसी अब लगभग नामुमकिन जान पड़ती है.

दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने 93 टेस्ट मैच में 439 विकेट लिए हैं. 36 साल के स्टेन ने 125 वनडे और 44 टी20 मैच भी खेले हैं. उन्होंने वनडे में 196 और टी20 क्रिकेट में 61 विकेट लिए हैं. स्टेन दुनिया के उन चुनिंदा गेंदबाजों में हैं. जो गेंद को दोनों ओर स्विंग करा सकते हैं और 140 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज गेंदबाजी भी कर सकते हैं. इसके बावजूद इस दिग्गज खिलाड़ी का टीम में वापसी करना इतना आसन नहीं होगा.

3. ल्यूक राईट ( इंग्लैंड )

इंग्लैंड के शानदार बल्लेबाज ल्यूक राईट काफी समय से टीम से बाहर चल रहे हैं. इस खिलाड़ी ने वर्ष 2007 में भारत के खिलाफ अपने क्रिकेटिंग अभियान की शुरुआत की थी. कई सालों तक इंग्लैंड टीम का अटूट हिस्सा रहे ल्यूक राईट की एक बार फिर इंग्लैंड टीम में वापसी होना नामुमकिन है.

ल्यूक राईट इस समय देश विदेश में जाकर लीग क्रिकेट खेलते हुए नजर आते हैं. हालही में उन्होंने बिग बैश लीग में अपना खेल दिखाया था. हालाँकि वह उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा था. इंग्लैंड की टीम के लिए ल्यूक राइट ने 50 एकदिवसीय और 51 टी20 मैच खेला था. हालाँकि घरेलू क्रिकेट वो बहुत लंबे समय तक खेलते हुए नजर आये थे.

2. सुनील नारायण ( वेस्टइंडीज )

वेस्ट इंडीज के जादुई स्पिनर सुनील नारायण का नाम शायद ही किसी भारतीय ने ना सुना हो. इसका सबसे बड़ा कारण उनका विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल में खास प्रदर्शन है. आपको बता दें कि आईपीएल में सुनील नारायण के नाम सबसे तेज अर्धशतक लगाने का रिकाॅर्ड है.

उन्होंने 10वें सीजन में बैंगलोर के खिलाफ महज 17 गेंदों में 6 चाैकों और 4 छक्कों की मदद से 54 रनों की पारी खेली. लेकिन उन्होंने अपने 50 रन 15 गेंदों में ही पूरे कर लिए. इसी की साथ नारायण ने युसूफ पठान के सबसे तेज अर्धशतक की बराबरी कर पहला स्थान प्राप्त कर लिया था.

आईपीएल में इतने शानदार प्रदर्शन की बदौलत नारायण अपनी राष्ट्रीय टीम की वनडे टीम में जगह बना पाने में असफल रहे हैं. उन्होंने अपने देश के लिए 19 दिसंबर 2013 को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. तब से आज तक इस दिग्गज गेंदबाज को टीम में वापसी करने का मौका नहीं मिला. इसी कारन नारायण हमारी इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं.

1. महेंद्र सिंह धोनी ( भारत )

ऋतिक रोशन

भारतीय पूर्व कप्तान धोनी वर्ल्ड कप 2019 में भारत के लिए चौथे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें सबसे ज़्यादा आलोचना झेलनी पड़ी थी. धोनी को धीमी बल्लेबाजी के लिए काफी ज़्यादा निशाना बनाया गया था.

वर्ल्ड कप से भारत के बाहर होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन वेस्टइंडीज दौरे से ठीक पहले 2 महीने का आराम लेकर धोनी ने साफ कर दिया है कि फिलहाल वह संन्यास लेने के बारे में नहीं सोच रहे हैं.

हालांकि, चयनकर्ताओं ने भी लगभग संकेत दे ही दिया है कि अब प्लेइंग इलेवन में धोनी की जगह बन पाना बेहद मुश्किल है. पंत को जिस तरीके से तैयार किया जा रहा है उसको देखते हुए यह कहना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं लग रहा है कि 2020 टी-20 वर्ल्ड कप के प्लान में धोनी को शामिल नहीं किया जाएगा.

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