हाल ही में दक्षिण अफ़्रीका के एक खिलाड़ी मार्को मारिस ने 4 दिवसीय प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक ठोंक दिया. इस शतक ने खूब सुर्खियाँ बटोरी, मार्को ने यह तिहरा शतक केवल 191 गेंदों में लगा दिया. उसके बाद सबसे तेज प्रथम श्रेणी तिहरे शतकों की बात होने लगी.
अगर बात करें हम अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट की तो, इस खेल को धीमा खेल कहा जता है. लेकिन कई ऐसे खिलाड़ी हुए जिन्होंने इस खेल को भी अपने अंदाज में खेल टेस्ट क्रिकेट की परिभाषा ही बदल दी. उन्होंने बेहद कम गेंदों में ही शतक जड़ दिया. आज हम ऐसे ही 5 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की बात करेंगे, जिन्होंने 60 से भी कम गेंदों में टेस्ट में शतक जड़ दिया.
ब्रैंडन मैकुलम-
न्यूज़ीलैण्ड के पूर्व कप्तान और विष्फोटक बल्लेबाज ब्रैंडन मैकुलम हमेशा ही अपनी टेस्ट में तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने गये. उन्होंने यह पहचान टेस्ट में भी जारी रखी. मैकुलम के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्राइस्टचर्च मैदान पर टेस्ट क्रिकेट का सबसे तेज शतक लगाया.
मैकुलम ने यह शतक केवल 54 गेंदों में लगाया, इस शतक की ख़ास बात यह थी कि मैकुलम ने यह शतक अपने आखिरी टेस्ट में लगाया. उन्होंने विवियन रिचर्ड के रिकार्ड्स को तोड़ दिया.
विवियन रिचर्ड-
वेस्टइंडीज के विष्फोटक खिलाड़ी विवियन रिचर्ड के नाम टेस्ट क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ सेंट लूसिया के मैदान पर ताबड़तोड़ 56 गेंदों में शतक जड़ दिया. विवियन इतने खतरनाक खिलाड़ी थे कि उनके सामने गेंदबाज गेंद डालने से डरते थे.
मिस्बाह-उल-हक-
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक के नाम क्रिकेट इतिहास में तीसरा सबसे तेज और 60 से कम गेंदों में शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने मिस्बाह ने 2014 में अबुधाबी के मैदान पर केवल 56 गेंदों में ताबड़तोड़ शतक जड़ दिया था.
एडम गिलक्रिस्ट-
ऑस्ट्रेलिया के विष्फोटक बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट के नाम दुनिया में चौथा सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है. गिलक्रिस्ट ने 2006 में पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ विष्फोटक पारी खेली थी.
गिलक्रिस्ट ने केवल 57 गेंदो में शतक लगाया था. गौरतलब है कि पर्थ की पिच दुनिया की सबसे तेज पिच मानी जाती है. वहां गेंद गोली की रफ़्तार से निकलती हैं.