Tilak Varma: भारत और वेस्टइंडीज के बीच 5 मैचों की टी 20 सीरीज के लिए IPL में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले तिलक वर्मा को पहली बार टीम इंडिया में शामिल किया गया था. कप्तान हार्दिक पांड्या ने तिलक वर्मा (Tilak Varma) की क्षमता पर पूरा भरोसा दिखाते हुए उन्हें पहले ही मैच में मौका दिया और तिलक अपनी पहली ही पारी में छा गए तथा आगे के मैचों में के लिए प्लेइंग XI में अपनी जगह भी पक्की कर ली.
अब तक हुए 3 टी 20 मैचों में अपने प्रदर्शन से तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने ये साबित कर दिया है कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के प्रदर्शन को देखते हुए ये माना जा रहा है कि एशिया कप और विश्व कप में ये 55 की औसत वाले एक बड़े खिलाड़ी को रिप्लेस कर सकता है.
इस खिलाड़ी को करेंगे रिप्लेस
तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने टी 20 सीरीज के दौरान मिले मौके को दोनों हाथों से लपका है और तीन मैचों में 39, 51 और नाबाद 49 रन की पारी खेली है. इन पारियों के दौरान उनका आक्रामक अंदाज दिखा था तो विकेट पर टिकने का धैर्य भी दिखा. 3 मैचों के प्रदर्शन के आधार पर ही अब माना जाने लगा है कि ये खिलाड़ी पहले एशिया कप और फिर विश्व कप में वनडे में 55 की औसत रखने वाले संजू सैमसन (Sanju Samson) को रिप्लेस कर सकता है. बता दें कि सैमसन ने 13 वनडे मैचों में 55.71 की औसत से 390 रन बनाए हैं.
संजू पर भारी पड़े तिलक
संजू सैमसन को वनडे सीरीज के दौरान 2 वनडे और फिर शुरुआती तीनों टी 20 मैच में खेलने का मौका मिला लेकिन वे इन मौकों का फायदा नहीं उठा पाए. दो वनडे मैचों में एक अर्धशतक लगाने के बाद वे शुरुआती दो टी 20 में फ्लॉप रहे तो तीसरे में उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला.
सैमसन अपनी बल्लेबाजी के दौरान धैर्य का परिचय नहीं दे पाए और विकेट फेंक कर चलते बने. वहीं तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने तीनों टी 20 मैचों में भारतीय पारी को संवारा और क्रीज पर टिकने की हिम्मत दिखाई. इसी वजह से वे अब एशिया कप और विश्व कप में सैमसन पर भारी पड़ते दिख रहे हैं.
दो साल में टीम इंडिया का सफर
तिलक वर्मा (Tilak Varma) की प्रतिभा और क्षमता का अंदाजा IPL में ही चल गया था. 20 साल का ये बाएं हाथ का ये बल्लेबाज पिछले दो साल में मुंबई इंडियंस का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरा है और इन दो साल में मुंबई को कई बार मुश्किल हालात से निकाला है. वर्मा मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं और टीम इंडिया को मध्यक्रम में एक अच्छे फिनिशर की तलाश थी. तिलक वर्मा ने इस तलाश को पूरा कर दिया है और एशिया कप के साथ विश्व कप के तगड़े दावेदार बनकर उभरे हैं. तिलक वर्मा में दो साल में 25 IPL मैचों में 740 रन बनाए हैं.