भारतीय क्रिकेट टीम 17 फरवरी से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेलने उतरेगी. नागपुर में खेला गया पहला टेस्ट पारी और 132 रन से जीत चुकी टीम इंडिया के हौसले बुलंद हैं दिल्ली में जीत हासिल कर भारत अपनी बढ़त को और मजबूत करना चाहेगा.
भारत के लिए एक खुशखबरी ये भी है कि मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर फिट हो चुक हैं और दूसरे टेस्ट में खेलने के लिए उन्हें ग्रीन सिग्नल भी मिल चुका है. अब सवाल है ये है कि अगर श्रेयस अय्यर प्लेइंग XI में आते हैं तो फिर बाहर कौन जाएगा. तलवार विराट कोहली (Virat Kohli) पर भी लटक सकती है.
आउट ऑफ फॉर्म है Virat Kohli
दूसरा टेस्ट दिल्ली में हो रहा है और विराट के फैन जरुर चाहेंगे कि कोहली दिल्ली में खेलें लेकिन कोहली (Virat Kohli) लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं. कोहली के आंकड़ो पर गौर करें तो पिछली 20 पारियों में उनके बल्ले से सिर्फ 2 अर्धशतक निकले हैं. उनका आखिरी अर्धशतक 10 पारी पहले आया था जब उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 79 रन बनाए थे. पिछली 10 पारियों में कोहली (Virat Kohli) के बल्ले से 45, 23, 13, 11, 20, 1, 19, 24, 1, और 12 रन निकले हैं. ये आंकड़े ये बताने के लिए काफी है कि कोहली को अगले टेस्ट में रेस्ट दे देना चाहिए.
4 साल पहले आखिरी टेस्ट शतक
लगातार तीन साल शतकों का सूखा झेलने वाले विराट कोहली (Virat Kohli) के शतक का इंतजार तो खत्म हो गया है. वे वनडे के साथ साथ टी 20 में भी शतक जड़ चुके हैं लेकिन टेस्ट में उनके शतक का इंतजार लंबा होता जा रहा है. ये लगातार चौथा साल है जब कोहली के बल्ले से टेस्ट में शतक नहीं निकला है. कोहली ने आखिरी शतक बांग्लादेश के खिलाफ 2019 में इडेन गार्डेन में लगाया था. तब उन्होंने 139 रन बनाए थे. टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजों से लंबी पारी की अपेक्षा की जाती है अगर कोई बल्लेबाज लंबे समय से लंबी पारी खेलने में नाकाम है तो फिर टीम को दूसरे विकल्प की तलाश जरुर करनी चाहिए.
फिल्डिंग भी समस्या
विराट कोहली के साथ बल्लेबाजी के दौरान रन न बनना ही सिर्फ समस्या नहीं है. वे फिल्डिंग में भी लगातार असफल साबित हो रहे हैं. हाल के मैचों में स्लिप में उनसे काफी कैच छूटे हैं जिसमें पिछले मैच में छूटा स्टीव स्मिथ का कैच भी शामिल था जिस पर काफी हंगामा हुआ था. कहा जाता है कैचेज विन मैचेज, लेकिन अगर कोहली टीम में रहे और यूं ही कैच टपकाते रहे तो वे भारत की जीत की संभावनाओं को कम करेंगे और टीम के लिए एक कमजोर कड़ी साबित होंगे. इसलिए उन्हें रेस्ट देकर किसी और को मौका दिया जा सकता है.