Indian Cricket को धर्म और क्रिकेटर को भगवान की तरह जा जाता है. लेकिन, अगर वही खिलाड़ी किसी मैच में खराब प्रदर्शन करे तो भारतीय फैंस उन्हें हद से ज्यादा नफरत भी दे देते हैं. Indianभारतीय फैंस की नफरत से सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज भी नहीं बच सके हैं. सिर्फ फैंस ही नहीं बल्कि कभी-कभी बीसीसीआई ही ऐसा कर बैठती है. बीसीसीआई दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है.
बोर्ड अपने खिलाड़ियों पर भी दिल खोल के खर्च करती है, उन्हें सबसे ज्यादा सैलरी भी देती है, लेकिन जब ये खिलाड़ी देश के लिए अच्छा नहीं कर पाते हैं, तो जल्दी ही उन्हें भुला भी देती है. अन्य देश तो अपने खिलाड़ियों को कम पैसे देते हैं. लेकिन, कभी-कभी भारतीय क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों को मौके ही देना बंद कर देती है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बीसीसीआई के दबाव में अपने निर्धारित समय से पहले ही कर सकते हैं संन्यास का ऐलान.
3. हरभजन सिंह
Indian Team के दिग्गज गेंदबाजों की लिस्ट में शुमार हो चुके हरभजन सिंह को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही मौका मिलना बंद हो गया था. भारतीय टीम में उनकी जगह रविचन्द्रन अश्विन ने ली थी. ऐसे में हरभजन सिंह की टीम इंडिया में जगह नहीं बन पा रही थी, अब तो ऐसा समय आ गया है कि भारतीय टीम के पास स्पिनर की भरमार है.
ऐसे में भारत के इस खिलाड़ी की वापसी नामुमकिन ही है. अब अगर हरभजन सिंह विदेशी लीग खेलना चाहते हैं, तो उन्हें समय से पहले ही संन्यास का ऐलान करना पड़ेगा. यही नहीं टेस्ट मैचों में भारत के लिए 400 से ज्यादा विकेट ले चुके भज्जी को तो अब टीम में जगह भी नहीं मिल पाती.
2.मुरली विजय
Indian Team से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की भी वापसी लगभग नामुमकिन हो गयी है. आईपीएल में वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में उन्हें गिने- चुने मौके ही मिले हैं. भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वह टेस्ट टीम का हिस्सा थे लेकिन अब उन्हें वहां से भी ड्रॉप कर दिया गया है. बीसीसीआई भी उन्हें ज्यादा मौके नहीं दे रही है.
वह इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलते नजर आये थे. वहां उनका प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा था. आईपीएल में उनका रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है और दो शतक भी लगाये हैं. इसके साथ ही पिछले साल के तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया था. ऐसे में वह बीसीसीआई की वजह से संन्यास की घोषणा करने के बाद विदेशी लीग का रुख कर सकते हैं.
1.मनोज तिवारी
Indian Team के चयनकर्ता और मनोज तिवारी में हमेशा ठनी रहती है. इसके साथ ही आईपीएल नीलामी में नहीं बिकने के बाद बंगाल के बल्लेबाज ने सवाल खड़े किये थे. हाल में ही हुई दिलीप ट्रॉफी में भी उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था. आईपीएल में अंतिम बार उन्होंने 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेला था.
विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उनसे बंगाल की कप्तानी भी छीन ली गयी थी. ऐसे में उम्मीद जताई जा सकती है कि वह भी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर विदेशी लीग में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं. तिवारी ने भारत के लिए अंतिम मुकाबला 2015 में जिम्बाब्वे के दौरे पर खेला था. उस दौरे पर प्रमुख खिलाड़ियों को आराम दिया गया था.