Team India: भारत में क्रिकेट के प्रति जितना जुनून है शायद ही किसी और देश में हो. प्लेइंग 11 में जगह बनाने के लिए करोड़ों क्रिकेटर दिन रात मेहनत करते हैं लेकिन किसी किसी को ही भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) में शामिल होने और खेलने का मौका मिलता है. जिन खिलाड़ियों को मौका मिल भी जाता है उनका करियर कितना लंबा होगा ये भी क्रिकेट की तरह ही अनिश्चित माना जाता है.
लेकिन कुछ ऐसे खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) में आए हैं जिनका करियर तो बेशक छोटा रहा है लेकिन उन्होंने अपने करियर के दौरान एक ऐसी पारी खेली है जिसके दम पर आज तक क्रिकेट फैंस उनको याद रखे हुए हैं. हम ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं.
मोहम्मद कैफ
भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन फिल्डर माने गए मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) का अंतराष्ट्रीय करियर सिर्फ 6 साल का था. 2000 से 2006 के बीच कैफ ने भारत की ओर से 13 टेस्ट और 125 वनडे मैच खेले. टेस्ट में 1 शतक लगाते हुए 624 और वनडे में 2 शतक सहित 2,753 रन उनके नाम दर्ज हैं.
पूरे करियर के दौरान अपनी चुस्त फिल्डिंग के लिए मशहूर रहे कैफ (Mohammad Kaif) ने 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 87 रनों की पारी खेल न सिर्फ खिताब भारत के नाम कराया था बल्कि 326 रनों के रिकॉर्ड को पाने का कारनामा भी किया था. करियर के दौरान कई अच्छी पारियां खेलने के बावजूद आज भी कैफ की पहचान वही 87 रनों की पारी है.
करुण नायर
करुण नायर (karun Nair) एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिनकी प्रतिभा के साथ भारतीय क्रिकेट ने न्याय नहीं किया है. एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के बावजूद 31 साल के करुण नायर को 6 टेस्ट और 2 वनडे मैच खेलने का मौका मिला है. लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में खेली उनकी 303 रनों की पारी ने उन्हें अमर कर दिया है. वे भारत की तरफ से टेस्ट में तीहरा शतक लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं. टीम इंडिया कई फ्लॉप खिलाड़ियों को जरुरत से ज्यादा मौके मिले हैं. बीसीसीआई को करुण नायर (karun Nair) को भी मौका देना चाहिए.
दिनेश कार्तिक
भारतीय क्रिकेट में मौजूदा दौर दिनेश कार्तिक (Dinesh karthik) से ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी शायद ही कोई है. 2004 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले कार्तिक अभी भी खेल रहे हैं. पिछले 19 साल में न जाने कितनी बार वे टीम से अंदर बाहर हुए हैं. इंडिया के लिए 26 टेस्ट, 94 वनडे और 60 टी 20 मैच खेलने वाले कार्तिक को जिस पारी के लिए याद किया जाता है या याद किया जाएगा
वो निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई पारी थी. 8 गेंदों में 29 रनों की पारी खेलने वाले कार्तिक (Dinesh karthik) ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर भारत को निदाहास ट्रॉफी दिलाई थी और दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियो के दिलों में हमेशा के लिए जगह बना ली थी.