रणजी खेलने लायक नहीं था ये खिलाड़ी, लेकिन कोच गंभीर ने अपनी जिद्द में गुवाहाटी टेस्ट में दे दिया मौका
Published - 22 Nov 2025, 11:07 AM
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Gautam Gambhir: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज का दूसरा मैच इस समय गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। मैच में अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है, जो कि एक शानदार मूव लग रहा है।
लेकिन इस मैच में कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने एक ऐसे खिलाड़ी को भी मौका दिया है जो कि रणजी ट्रॉफी खेलने लायक तक नहीं है, लेकिन गंभीर केवल अपनी जिद्द के कारण उन्हें गुवाहाटी टेस्ट में मौका दे रहे हैं। चलिए आपको बताते हैं कौन है ये खिलाड़ी।
Gautam Gambhir: रणजी खेलने लायक नहीं है ये खिलाड़ी
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक ऐसे प्लेयर को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया है जो कि रणजी ट्रॉफी खेलने लायक तक नहीं है, लेकिन कोच गंभीर (Gautam Gambhir) उन्हें इंटरनेशनल मंच पर मौके पर मौके दिए जा रहे हैं।
ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज साईं सुदर्शन हैं, जो काफी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं।
सुदर्शन को अभी तक जितने भी मौके मिले हैं उनमें वह परफॉर्म करने में विफल ही रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद कोच गंभीर (Gautam Gambhir) उन्हें लगातार प्लेइंग इलेवन में मौका दे रहे हैं, जो कि गुवाहाटी टेस्ट में भी देखने को मिल रहा है।
साईं के रणजी आंकड़े
बाएं हाथ के 24 वर्षींय बल्लेबाज साईं सुदर्शन तमिलनाडु के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, लेकिन उनके आंकड़े प्रथम श्रेणी में भी बिल्कुल अच्छे नहीं है। उन्होंने अभी तक कुल 38 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसकी 65 पारियों में उन्होंने 39.41 की मामूली औसत के साथ 2562 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने 8 शतक और 9 अर्धशतक ठोके हैं।
वहीं, भारत के लिए पांच टेस्ट मैचों की 9 पारियों में उन्होंने सिर्फ 30.33 की औसत के साथ 273 रन बनाए हैं, जिसमें 2 फिफ्टी प्लस का स्कोर शामिल है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि खराब आंकड़ों के बावजूद कोच गंभीर (Gautam Gambhir) उन्हें मौके पर मौके दिए जा रहे हैं। लेकिन साईं हैं कि प्रदर्शन करने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
ये खिलाड़ी था जगह का हकदार
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने गुवाहाटी टेस्ट में दो बड़े फैसले लिए हैं। पहला अक्षर की जगह नीतीश कुमार रेड्डी को खिलाना तो दूसरा फैसला कप्तान गिल की जगह साईं सुदर्शन को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि शानदार फॉर्म में चल रहे देवदत्त पडिक्कल को एक बार फिर कोच गंभीर द्वारा पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया।
पडिक्कल कर्नाकट के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और अब तक 49 प्रथम श्रेणी मैचों में वह 41 की जबरदस्त औसत के साथ 3199 रन बना चुके हैं, जिसमें 7 शतक और 19 अर्धशतक शामिल है। वहीं, भारत के लिए दो टेस्ट की तीन पारियों में उनके नाम एक अर्धशतक भी दर्ज है। लेकिन इसके बावजूद कोच गंभीर (Gautam Gambhir) ने पडिक्कल की जगह साईं सुदर्शन के साथ जाने का फैसला किया जो कि एक खराब मूव लग रहा है।
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