टीम इंडिया पर बोझ बन गया हैं ये बुढ़ा खिलाड़ी, लेकिन फ्लॉप होने के बावजूद नहीं किया जाता बाहर

Published - 24 Nov 2025, 12:59 PM | Updated - 24 Nov 2025, 01:13 PM

Team India

टीम इंडिया (Team India) में जगह बनाना हर क्रिकेटर का सपना होता है, लेकिन बहुत कम खिलाड़ी ही इसे हकीकत में बदल पाते हैं। कई बार चयनकर्ताओं द्वारा दिया गया सुनहरा मौका भी कुछ खिलाड़ी भुना नहीं पाते, जिसके कारण उनका प्रदर्शन टीम के लिए मुश्किलें बढ़ा देता है और वे धीरे-धीरे बोझ साबित होने लगते हैं।

आज इस लेख में हम आपको भारतीय टीम के एक ऐसे ही उम्रदराज खिलाड़ी के बारे में बताने जो बार-बार फेल होने के बाद भी अपनी जगह बनाए हुए हैं। इस खिलाड़ी की परफॉर्मेंस में काफी गिरावट आई है, फिर भी सेलेक्टर उसे टीम इंडिया (Team India) से ड्रॉप करने की जल्दी नहीं दिखा रहे। हर सीरीज उसके गिरते फॉर्म को दिखाती है, जिससे टीम में उसके रोल पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

Team India पर बोझ बन गया हैं ये बुढ़ा खिलाड़ी

टीम इंडिया (Team India) पर बोझ बन चुका ये खिलाड़ी अपनी लगातार गिरते फॉर्म से परेशान है, जिसके बाद फैंस उसके टीम में चयन पर सवाल उठा रहे हैं।

दरअसल हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाज 33 वर्षीय केएल राहुल हैं। राहुल इन दिनों अपनी फॉर्म से जूझ रहे हैं। बीते कुछ मुकाबलों में वह रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करते नजर आए हैं।

खराब गेंद का इंतजार और संयम से खेलना बेहतर तरीका है लेकिन ये टेस्ट क्रिकेट में तो चल सकता है, मगर ODI और टी20 में ये उनके जैसे बड़े खिलाड़ी के लिए खराब प्रदर्शन कहा जाएगा।

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टेस्ट क्रिकेट में कर रहे संघर्ष

टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो टीम इंडिया (Team India) के लिए हाल के दिनों में के एल का प्रदर्शन उतार चढ़ाव वाला रहा है।

राहुल ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में दोनों पारियों (पहली पारी में 39 रन और दूसरी पारी में 1 रन) में कुल मिलाकर केवल 40 रन बनाए, जबकि गुवाहाटी में चल रहे दूसरे टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 22 रन बनाए।

उनके हालिया फॉर्म ने भारतीय फैंस को चिंता में डाल दिया है। हालांकि बावजूद इसके वो टीम में बने हुए हैं।

ODI में मिले-जुले नतीजे

वन-डे इंटरनेशनल मैचों में राहुल का प्रदर्शनऔर चिंताजनक रहा है। उन्हें ODI में दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया है, बतौर कप्तान उनका एवरेज 33.55 का रहा है, जबकि उनका ओवरऑल करियर एवरेज लगभग 48 रहा है।

इस गिरावट से पता चलता है कि लीडरशिप की ज्यादा जिम्मेदारी उनकी बैटिंग रिदम पर असर डालती है। आंकड़ों में गिरावट के कारण राहुल को फैंस अब टीम इंडिया (Team India) पर बोझ मान रहे है, फैंस उनके जैसे खिलाड़ी से ज़्यादा पर्सनल स्कोर की उम्मीद करते हैं, जो।फिलहाल वो नहीं दे पा रहे हैं।

यंग टैलेंट को मौके नहीं मिल रहे

कई यंग और काबिल प्लेयर्स टीम इंडिया (Team India) की बेंच पर इंतज़ार कर रहे हैं, जबकि राहुल अपनी जगह बनाए हुए हैं।

तिलक वर्मा, रुतुराज गायकवाड़ जैसे टैलेंटेड बैट्समैन और यहां तक कि डोमेस्टिक परफॉर्मर भी हाल के बेहतर फॉर्म के बावजूद लगातार पीछे रह जाते हैं।

फैंस का मानना है कि इन यंगस्टर्स को लगातार मौके देने से टीम इंडिया (Team India) का फ्यूचर मजबूत होगा।

फैंस की फ्रस्ट्रेशन और अकाउंटेबिलिटी की चिंताएं

सSलेक्टर्स की अकाउंटेबिलिटी की कमी फैंस और एक्सपर्ट्स के बीच चर्चा का एक बड़ा मुद्दा बन गई है। कई लोगों को लगता है कि राहुल जैसे सीनियर प्लेयर्स को ज़्यादा मौके दिए जाते हैं, जबकि यंग क्रिकेटरों को बहुत जल्दी जज कर लिया जाता है। जब तक उनका फॉर्म गिरता रहेगा, उनके सिलेक्शन को लेकर बहस और तेज़ होती जाएगी।

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यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।

क्योंकि उनकी फॉर्म लगातार गिर रही है और वे ODI व टेस्ट दोनों फॉर्मेट में प्रभावी रन नहीं बना पा रहे।

क्योंकि उनकी खराब परफॉर्मेंस के बावजूद उन्हें लगातार मौके मिल रहे हैं, जबकि यंग खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया जा रहा।