गुवाहाटी टेस्ट के बीच Fixing में पकड़ा गया ये भारतीय खिलाड़ी, क्रिकेट करियर बर्बाद, बोर्ड ने हमेशा के लिए किया बैन

Published - 22 Nov 2025, 12:49 PM | Updated - 22 Nov 2025, 12:55 PM

Fixing

Fixing : गुवाहाटी टेस्ट के लिए भारत की तैयारियों के बीच एक बड़ा विवाद छिड़ गया है, क्योंकि एक भारतीय मूल का खिलाड़ी Fixing कांड में फंस गया है। कभी उभरती प्रतिभा माने जाने वाले इस क्रिकेटर को अब अपने करियर के सबसे बुरे दौर का सामना करना पड़ रहा है।

आंतरिक जांच के बाद, बोर्ड ने उसे भ्रष्टाचार विरोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया। ऐसे में निर्णायक कदम उठाते हुए बोर्ड ने उस पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे उनके पेशेवर करियर का अंत हो गया है। इस चौंकाने वाली घटना ने खेल में ईमानदारी और भ्रष्टाचार को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं।

गुवाहाटी टेस्ट के बीच Fixing में पकड़ा गया ये भारतीय मूल का खिलाड़ी

भारत जब गुवाहाटी टेस्ट की तैयारी कर रहा था, तभी एक अप्रत्याशित विवाद ने क्रिकेट के माहौल को हिलाकर रख दिया। भारतीय मूल का एक खिलाड़ी Fixing कांड में फंस गया, जिसने टीम की तैयारियों पर ग्रहण लगा दिया है।

कभी एक होनहार क्रिकेट खिलाड़ी माने जाने वाले अखिलेश रेड्डी को अब अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर से गुजरना पड़ रहा है। एक आंतरिक जांच के बाद, बोर्ड ने निष्कर्ष निकाला कि उसने कई भ्रष्टाचार-रोधी नियमों का उल्लंघन किया है।

एक कड़े फैसले में, बोर्ड ने Fixing के आरोप में अखिलेश रेड्डी पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया, जिससे उसके पेशेवर सफर का अचानक अंत हो गया। इस घटना ने खेल में भ्रष्टाचार और ईमानदारी को लेकर नई परेशानियां खड़ी की हैं।

ICC ने अखिलेश रेड्डी पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए

बढ़ते तनाव के बीच, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने खुलासा किया है कि भारतीय मूल के अमेरिकी क्रिकेटर बोडुगम अखिलेश रेड्डी पर भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के कई गंभीर उल्लंघनों का आरोप लगाया गया है।

ये आरोप अबू धाबी T10 2025 टूर्नामेंट के दौरान कथित कदाचार से जुड़े हैं, जहां उन पर मैच के परिणामों को अनुचित तरीके से प्रभावित करने का प्रयास करने का आरोप है। अमीरात क्रिकेट बोर्ड की ओर से नामित भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी (DACO) के रूप में कार्य करते हुए, आईसीसी ने तीन प्रमुख उल्लंघनों की पहचान की है।

पहला आरोप अनुच्छेद 2.1.1 के अंतर्गत आता है, जो मैचों के परिणाम, प्रगति या संचालन को फिक्स करने, षड्यंत्र रचने या अनुचित तरीके से प्रभावित करने के प्रयास से संबंधित है।

दूसरा उल्लंघन, अनुच्छेद 2.1.4 के अंतर्गत, रेड्डी पर किसी अन्य प्रतिभागी को इसी तरह के भ्रष्ट आचरण में शामिल होने के लिए उकसाने या प्रोत्साहित करने का आरोप लगाता है।

तीसरा आरोप, अनुच्छेद 2.4.7, विशेष रूप से गंभीर है - इसमें आरोप लगाया गया है कि रेड्डी ने अपने मोबाइल फोन से डेटा और संदेशों को हटाकर भ्रष्टाचार विरोधी जांच में बाधा डाली, जो जांच से संबंधित थे।

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अस्थायी निलंबन और जवाब देने का तेजी से खत्म होता समय

Fixing के इन आरोपों की घोषणा के बाद, रेड्डी को तत्काल प्रभाव से क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। आईसीसी ने उन्हें आरोपों का औपचारिक रूप से जवाब देने के लिए 21 नवंबर, 2025 से 14 दिन का समय दिया है।

पर्याप्त बचाव न करने पर उन पर और भी कठोर प्रतिबंध लग सकते हैं, जो संभवतः अन्य हाई-प्रोफाइल भ्रष्टाचार मामलों में देखे गए आजीवन प्रतिबंध के समान होंगे।

इस विवाद ने क्रिकेट जगत को झकझोर कर रख दिया है, खासकर जब यह भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण दौर में सामने आया है। इस प्रकरण ने छोटे प्रारूप वाली लीगों की कमजोरियों और भ्रष्टाचार के प्रयासों की बढ़ती जटिलता के बारे में चर्चाओं को फिर से हवा दे दी है।

गुवाहाटी टेस्ट की तैयारियों के साथ-साथ इस Fixing घोटाले के सामने आने से, क्रिकेट समुदाय को एक बार फिर खेल के वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र में पारदर्शिता, निष्पक्षता और विश्वास बनाए रखने के लिए चल रही लड़ाई की याद आ गई है।

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CA Staff Hindi

यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।

ICC ने मैच फिक्सिंग की कोशिश, दूसरों को प्रलोभन देने और जांच में बाधा डालने जैसे तीन बड़े भ्रष्टाचार आरोप लगाए हैं।

आरोपों के बाद आईसीसी ने अखिलेश रेड्डी को सभी तरह के क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

ICC ने उन्हें 21 नवंबर 2025 से 14 दिनों का समय दिया है ताकि वह आरोपों पर आधिकारिक जवाब दे सकें।