टीम इंडिया के लिए बोझ बन गया हैं ये भारतीय खिलाड़ी, लेकिन कोच गंभीर पांचों टी20 मैच खिलाने की जिद्द में अड़े
Published - 01 Nov 2025, 12:55 PM | Updated - 01 Nov 2025, 12:56 PM
Table of Contents
Team India: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैच की टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम को चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। मेलबर्न में खेले गए मैच में भारत पहले बैटिंग करते हुए 18.4 ओवर में केवल 125 रन पर ढेर हो गया था।
हालांकि, 126 रन का पीछा कंगारुओं के लिए भी आसान नहीं रहा और यही कारण है कि टारगेट तक पहुंचते-पहुंचते मेजबानों ने भी अपने छह विकेट गंवा दिए थे। साथ ही इस सीरीज में कोच गौतम गंभीर की एक जिद्द भी देखने को मिली, जिसके कारण वह पूरे पांच टी20 मैच एक ऐसे खिलाड़ियों को खिलाने पर अड़े हैं, जो कि अब टीम इंडिया (Team India) के लिए बोझ बनता जा रहा है।
क्या गौतम गंभीर कर रहे हैं जिद्द?
भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को साल 2024 में राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद हेड कोच का कार्यभार सौंपा गया था। लेकिन जब से गंभीर ने यह पदभार संभाला है, तब से भारतीय टीम (Team India) का प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है।
प्रशंसकों और पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि गंभीर सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को टीम इंडिया (Team India) में मौका दे रहे हैं, जिन्हें वह पसंद करते हैं और इसका उदाहरण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले और दूसरे टी20 मैच में भी साफ देखने को मिला। दरअसल, गंभीर जिस खिलाड़ियों को खिलाने की जिद्द पर अड़े हुए हैं वह कोई और नहीं बल्कि 23 वर्षींय तेज गेंदबाज हर्षित राणा हैं।
बार-बार मिल रहा है Team India में मौका
हर्षित राणा को मुख्य कोच गौतम गंभीर लगातार मौके दे रहे हैं, लेकिन हर्षित हैं कि वह इन अवसरों का लाभ अभी तक नहीं उठा पाए हैं। पहले टी20, जो कि कैनबरा में खेला गया था, उसमें अर्शदीप सिंह को बाहर करके गंभीर ने हर्षित को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया था, जो कि काफी चौंकाने वाला फैसला था।
दरअसल, अर्शदीप भारत (Team India) के लिए टी20 इंटरनेशनल में सर्वाधिक विकेट और नई गेंद से विकेट चटकाने वाले अहम तेज गेंदबाज हैं, लेकिन हर्षित के लिए गंभीर ने अर्शदीप की ही बलि चढ़ा दी।
इसके बाद दूसरे टी20 में भी अर्शदीप सिंह बेंच पर दिखे तो हर्षित का नाम एक बार फिर एकदाश में शामिल किया गया। जबकि हैरानी की बात यह है कि गंभीर ने हर्षित को इस बार बल्लेबाजी के लिए नंबर सात पर भेजा था, जबकि शिवम दुबे को नंबर सात पर बैटिंग के लिए आना था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि गंभीर हर्षित को तब तक मौके देते रहेंगे, तब तक वह अपनी जिद्द को सही साबित नहीं कर देते।
वैभव सूर्यवंशी की 14 साल में ही चमकी किस्मत, आने वाले टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया में जगह की पक्की
हर्षित के इंटरनेशनल आंकड़ों पर एक नजर
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में टेस्ट डेब्यू किया था। लेकिन, दो मैच की तीन पारियों में केवल 4 विकेट बाद ही उन्हें टीम (Team India) से बाहर कर दिया गया। इसके बाद 31 जनवरी 2025 को उन्हें टी20 और 6 फरवरी 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय पदार्पण करने का मौका मिला।
लेकिन अभी तक वह इन मौकों का लाभ नहीं उठा पाए हैं। हर्षित ने भारत (Team India) के लिए 5 टी20 मैचों की 4 पारियों में 27.80 की औसत से 5 विकेट झटके हैं। जबकि इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 10.69 का रहा है।
साथ ही टी20 में हर्षित का इकॉनमी 43 मैचों में 9.53 का है, जो कि काफी खराब माना जाता है। इसके अलावा हर्षित ने भारत (Team India) के लिए 8 वनडे मैचों में 16 विकेट हासिल किए हैं, लेकिन यहां भी उनका इकॉनमी 6 के बेहद करीब है। लेकिन इन आंकड़ों के बावजूद हर्षित को लगातार मौके पर मौके मिल रहे हैं।
ऑथर के बारे में
क्रिकेट सिर्फ़ एक खेल नहीं, यह एक ऐसा जुनून है जो हर भारतीय के दिल में धड़कता है। मैं, अमन शर्मा, इस... रीड मोर