25 साल के इस गेंदबाज ने वनडे क्रिकेट में कटवाई नाक, 10 ओवर में 115 रन खर्च कर बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड
Published - 16 Oct 2025, 11:59 AM | Updated - 16 Oct 2025, 12:06 PM

ODI : क्रिकेट के खेल में बल्लेबाजों के खूब रन बनाने और शतक लगाने की बातें अक्सर होती है लेकिन एक ऐसा भी मैच हुआ है जिसमें एक गेंदबाज ने अपने कोटे के ओवर खत्म करने के एवज में सौ से ज्यादा रन खर्च किए। 25 साल एक युवा गेंदबाज जिसके लिए वो एकदिवसीय मैच (ODI) किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा होगा।
अपने 10 ओवरों में 115 रन लुटा कर इस गेंदबाज ने वनडे (ODI) क्रिकेट के इतिहास के सबसे महंगा स्पेल फेंकने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। युवा तेज गेंदबाज के इस शर्मनाक प्रदर्शन ने टीम में उनकी जगह को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ दी है।
25 साल के इस गेंदबाज ने ODI क्रिकेट में कटवाई नाक
आईसीसी वनडे (ODI) विश्वकप 2023 में एक मैच ऐसा रहा था जब 25 वर्षीय तेज गेंदबाज ने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन कर एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया। यह तेज गेंदबाज नीदरलैंड का युवा बास डी लीडे है, जिसने अपने 10 ओवरों में 115 रन लुाटए। उनके प्रदर्शन ने प्रशंसकों को चौंकाया और दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों की आलोचना का शिकार होना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया 2023 विश्व कप का मुकाबला डच ऑलराउंडर बास डी लीडे के लिए दिन कभी न भूलने वाला रहा। इस युवा गेंदबाज ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मैच में अपने करियर के सबसे कठिन दौर में से एक का सामना किया। जब उसने अपने 10 ओवरों में 115 रन देकर एकदिवसीय (ODI) इतिहास में सबसे महंगी गेंदबाजी का एक अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया।
इस प्रदर्दन के साथ डी लीडे का नाम अब ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिक लुईस से आगे निकल गया, जिन्होंने 2006 में जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 113 रन देकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। यही नहीं, ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एडम जम्पा ने भी एक बार इस रिकॉर्ड की बराबरी की थी, लेकिन डी लीडे के इस निराशाजनक प्रदर्शन ने अब एक नया शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है।
अच्छी शुरुआत के बाद खोया नियंत्रण
डी लीडे ने अपने स्पेल की शुरुआत नियंत्रण और अनुशासन के साथ की और अपने पहले कुछ ओवरों में अच्छी इकॉनमी बनाए रखी। उनकी शुरुआती लय ने एक आशाजनक प्रदर्शन का संकेत दिया, और वह डेविड वार्नर को आउट करने के करीब भी पहुंच गए थे, लेकिन तीसरे अंपायर ने फैसला पलट दिया। अंततः उन्होंने मार्नस लाबुशेन और जोश इंगलिस को आउट कर दिया, जिससे नीदरलैंड्स को कुछ राहत मिली।
हालांकि, एक बार जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जम गए, तो गेम का स्पीड अचानक ही बदल गई। अपनी लाइन और लेंथ कई बार बदलने के बावजूद, डी लीडे रनों के प्रवाह को रोक नहीं पाए। लीडे की हर गेंद का आक्रामता से जवाब देते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने दिल्ली की छोटी बाउंड्री और सपाट पिच का पूरा फायदा उठाया।
मैक्सवेल के धमाकेदार प्रदर्शन ने तय की डच गेंदबाज की किस्मत
डी लीडे के स्पेल के आखिरी ओवर सबसे ज्यादा मुश्किल साबित हुए। शानदार फॉर्म में चल रहे ग्लेन मैक्सवेल का सामना करते हुए, डी लीडे ने अपने आखिरी ओवर में 28 रन दिए। मैक्सवेल ने दो चौके और तीन छक्के लगाकर वनडे विश्व कप (ODI World Cup) इतिहास का सबसे तेज शतक पूरा किया, जिससे डच गेंदबाज स्तब्ध रह गया।
अपने 10 ओवरों के अंत तक, डी लीडे का आंकड़ा पूरी तरह चरमरा गया और उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जो शायद ही कोई बनाना चाहेगा। इसके साथ ही, उन्होंने राशिद खान के 2019 विश्व कप के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया, जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ नौ ओवरों में 110 रन दिए थे।
हालांकि यह प्रदर्शन निश्चित रूप से डी लीडे को कुछ समय तक परेशान करेगा, लेकिन यह शीर्ष स्तर के क्रिकेट की कड़वी सच्चाई को भी उजागर करता है - एक बुरा दिन किसी खिलाड़ी का नाम रिकॉर्ड बुक में गलत कारणों से दर्ज करा सकता है।