भारत एक ऐसा देश है, जहां आपसी भाईचारा हमेशा ही देखने को मिला है. ये चीज हमेशा ही हर जगह देखने को मिलती है चाहे वो खेल का मैदान हो या सरहद, बात जब आन और मान की हो तो भारतीय हमेशा से ही एक दूसरे के साथ मिलकर दुश्मन का सामना करते हैं, चाहे उससे पहले हमारे बिच कितने भी मतभेद रहे हों. ऐसा ही कुछ क्रिकेट में भी देखने को मिला है, कई बार खिलाड़ियों के आपस में मतभेद की खबरें आती हैं, लेकिन जब विरोधी टीम को मात देने की बात आती है, तो हम सब एक हो जाते हैं.
आज हम आपकों उन खिलाड़ियों के बारे में ही बताने जा रहे हैं, जिनके आपस में 36 का आंकड़ा है, लेकिन क्रिकेट के मैदान पर ये कभी भी नहीं दिखता है.
दिनेश कार्तिक-मुरली विजय
दिनेश कार्तिक और मुरली विजय का तो आपस में मनमुटाव होना स्वाभिक भी है. दिनेश कार्तिक की पहली पत्नी निकिता का मुरली विजय से आईपीएल सीजन-5 के दौरान अफेयर चल गया था. जिसके बाद निकिता ने कार्तिक को छोड़ मुरली विजय से शादी कर ली थी, इसलिए दोनों के बीच कभी भी आपस में नहीं बनती है.
अश्विन-हरभजन
अश्विन और हरभजन के बीच का भी मन मुटाव किसी से छिपा नहीं है. हरभजन कई बार सोशल मीडिया व अपने बयानों में खुलकर अश्विन की आलोचना कर चुके है. अश्विन भी हरभजन को करारा जवाब देना नहीं भूलते है. इसलिए हरभजन और अश्विन की भी आपस में नहीं बनती है.
रोहित-कोहली
इस लिस्ट में इन दो खिलाड़ियों के नाम देख आप हैरान जरुर हो गये होंगे, लेकिन इन दोनों के बीच के मनमुटाव का पता इस बात से ही लगता है, कि रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों एक-दूसरे को ना तो ट्विटर पर फाँलों करते है और ना ही दोनों एक-दूसरे को इन्स्टाग्राम में फाँलों करते है. दोनों ही खिलाड़ी अपने बाकि टीम के साथियों को सोशल मीडिया में फाँलों करते है.
धोनी-सहवाग
धोनी और सहवाग के बीच भी मनमुटाव की खबरों खूब सुर्खिया बटोर चुकी है. धोनी के ऊपर कई बार सहवाग को टीम से ड्राप करने के आरोप लग चुके है.
सहवाग ने भी जब साल 2008 में चेन्नई टेस्ट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 319 रन की पारी खेली थी, तो उन्होंने साफ़ तौर पर कहा था, कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ खेली गई त्रिकोणीय सीरीज में ड्राप किया गया था.
अजहरुद्दीन-नवजोत
मोहम्मद अजहरुद्दीन और नवजोत सिद्धू के बीच की अनबन का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है, कि साल 1996 के इंग्लैंड दौरे में नवजोत सिद्धू ने मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में खेलने को मना कर दिया था और वह दौरे को बीच में छोड़ भारत वापस आ गये थे.