भारत के इस कमजोरी की वजह से टूट सकता है तीसरा विश्व कप जीतने का सपना
Published - 02 Jul 2019, 06:35 AM

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इंग्लैंड मे चल रहा है विश्व कप का आगाज, आधे से ज्यादा मैच खेले जा चुके है इस बार भारत एक अकेली ऐसी टीम है जिसने इस विश्व कप मे एक बार भी हार का स्वाद नहीं चखा, और सेमीफाइनल के लिए उसने अपना रास्ता भी साफ़ कर रखा है, पर हम बताते हैं आपको कि भारतीय बल्लेबाज धोनी, विराट और रोहित की इन गलतियों के कारण हम चूक सकते हैं विश्व कप विजेता बनने से.
ब्रिटेन के अखबार द टेलीग्रॉफ ने भारत की बल्लेबाजी पर किया एनालिसिस
टीम इंडिया ने शुरुआती मैचों बल्लेबाजी मे शानदार प्रदर्शन दिखाया और धमाल मचाया था. लेकिन बाद में ऐसा देखा गया की अफगानिस्तान और फिर वेस्टइंडीज़ के खिलाफ बल्लेबाजी का मिडिल ऑर्डर थोड़ा लड़खड़ाता नजर आया.
सब ही जानते हैं, कि 30 जून को भारत और इंग्लैंड का मुकाबला बहुत ख़ास है, क्योंकि आज का मैच की जीत ही तय करेगी कि इंग्लैंड टूर्नामेंट मे रहेगा या नही. इसी कारण से ब्रिटेन के अखबार द टेलीग्रॉफ ने भारतीय बल्लेबाजी के तीन धुरंधरों के आउट होने के तरीके पर किया एनालिसिस.
भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित और केएल राहुल की है यह कमी
हिटमैन के नाम से मशहूर भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा का वैसे तो कोई तोड़ नहीं है पर ऐसा देखा गया है, कि रोहित शर्मा को आउट स्विंग पर खासी परेशानी होती है. बाहर निकलती गेंदों पर रोहित नहीं समझ पाते हैं, कि उनको क्या करना है इस वजह से उनका स्ट्राइक रेट आउट स्विंग गेंदों पर 52.90 रहता है.
वहीं शिखर धवन के चोटिल होने के बाद भारतीय टीम के नए सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने पाकिस्तान के खिलाफ तो अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया पर उसके बाद अफ़ग़ानिस्तान के खिलाफ उनका खराब शॉट और वेस्टइंडीज के खिलाफ उनके प्रदर्शन से सब नाराज थे. राहुल को अंदर आती गेंदों का सामना करने मे दिक्कत होती है, ख़ास कर के यॉर्कर और इनस्विंगर गेंदे
भारतीय कप्तान और पूर्व कप्तान की है यह कमियां
एकदिवसीय बल्लेबाजी मे सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी और भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने इस टूर्नामेंट मे अपने दम पर तीन मैच जीताए हैं, उन्होंने अभी तक टूर्नामेंट मे चार अर्धशतक जड़े हैं.
इनका सामना करने से हर गेंदबाज को डर लगता है. पर हाल मे देखा गया है कि विराट कोहली को ऑफ स्टंम्प से बाहर जाती गेंदों पर परेशानी हुई है, इन गेंदों पर इनका स्ट्राइक रेट 60.97 तक आ जाता है.
अब बात करते है कप्तान कूल, पूर्व कप्तान और मैच फिनिशर महेंद्र सिंह धोनी की वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी धीमी बल्लेबाजी की वजह से उनको काफी ट्रोल किया गया, धोनी के लिए दिक्कत यह है कि अगर किसी गेंदबाज ने पारी की शुरुआत औसतन 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से की तो धोनी का बैटिंग औसत 10.50 पर आ जाता है.