टीम इंडिया के लिए सिर्फ 1 ODI ही खेल पाए ये 5 भारतीय खिलाड़ी, फिर लेना पड़ा संन्यास
Published - 28 Aug 2025, 09:13 AM | Updated - 28 Aug 2025, 09:23 AM

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Team India: भारत के लिए लंबे समय तक क्रिकेट खेलना हर भारतीय खिलाड़ी का ख्वाब होता है, लेकिन कुछ ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इसे साकार करने में सफल होते हैं। वहीं, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं, जिन्हें सिर्फ एक ही मैच खेलने के बाद टीम इंडिया (Team India) से बाहर कर दिया जाता है। आज हम आपको ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें सिर्फ एक वनडे मैच के बाद ही टीम इंडिया (Team India) से बाहर कर दिया गया, और फिर खिलाड़ियों को आखिरी में तंग आकर संन्यास लेना पड़ा।
नमन ओझा को Team India में मिला सिर्फ एक मौका
भारतीय टीम (Team India) के विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा को भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें टीम इंडिया (Team India) के लिए अधिक समय तक क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। नमन ने भारत के लिए 5 जून 2010 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था, लेकिन एक मैच बाद ही उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। इस दौरान उन्होंने बल्ले से सिर्फ एक रन बनाया था।
वनडे के अलावा नमन ने भारत के लिए दो टी20 और एक टेस्ट मैच खेला था, जिसमें उन्होंने क्रमश: 12 और 56 रन बनाए थे। नमन ने आखिरी बार भारत का प्रतिनिधित्व साल 2015 मे श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में किया था, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इस प्रतिभावान खिलाड़ी ने 15 फरवरी 2021 को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था।
पंकज सिंह
भारतीय टीम (Team India) के पूर्व तेज गेंदबाज पंकज सिंह ने साल 2010 में श्रीलंका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच खेला था, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। पंकज भारत के लिए दो टेस्ट मैच भी खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने सिर्फ दो विकेट लिए हैं।
इस धाकड़ तेज गेंदबाज ने आखिरी बार साल 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। पंकज को भारतीय टीम (Team India) का प्रतिनिधित्व करने के ज्यादा मौके नहीं मिले, जिसके चलते उन्होंने जुलाई 2021 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी।
अभिजित काले
दाएं हाथ के बल्लेबाज अभिजित काले ने साल 1993/94 से लेकर 2005 तक महाराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा दिया था। उनके इस प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं ने काले को 2003 में बांग्लादेश दौरे के लिए टीम इंडिया (Team India) में शामिल किया, और 16 अप्रैल को ढाका में खेले गए वनडे मैच में उन्हें पदार्पण का मौका दिया।
हालांकि, पहले इंटरनेशनल करियर के पहले मैच में वह सिर्फ 10 रन ही बना सके, और इसके बाद काले को कभी दोबारा टीम इंडिया (Team India) में वापसी का मौका नहीं मिला। हालांकि, इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के लिए 93 प्रथम श्रेणी मैचों की 145 पारियों में 54.45 की औसत के साथ 7134 रन बनाए थे, जिसमें 25 शतक और 28 अर्धशतक शामिल थे। वहीं, 65 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 44.91 की दमदार औसत के साथ 2111 रन बनाए थे। इस दौरान काले के बल्ले से दो शतक और 17 अर्धशतक निकले थे।
परवेज रसूल
जम्मू-कश्मीर के लिए काफी लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेलने वाले परवेज रसूल एक बॉलिंग ऑलराउंडर थे, जिन्हें साल 2014 में बांग्लादेश दौरे पर पहली बार खेलने का मौका मिला। परवेज दाएं हाथ से बल्लेबाजी और, उसी हाथ से ऑफ स्पिन गेंदबाजी किया था। उन्होंने खेले उस एकमात्र वनडे मैच में दो विकेट लिए थे, जबकि इस दौरान उनको बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था, लेकिन तब ऊभी उन्हें सिर्फ एक मैच के बाद ही बार कर दिया गया।
परवेज ने भारत के लिए एक टी20 मैच भी खेला था, जिसमें उन्होंने एक विकेट और पांच रन बनाए थे। यह टी20 मैच उन्हें साल 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलने को मिला, लेकिन इसके बाद उन्हें हमेशा-हमेशा के लिए बाहर कर दिया गया। 36 साल के परवेज ने अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है, लेकिन साल 2023 में आखिरी बार वह श्रीलंका की फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए मैचों में खेलते नजर आए थे।
फैज फजल
क्रिकेट में ऐसा बेहद कम ही देखने को मिलता है, जब किसी बल्लेबाज द्वारा अपने पहले ही इंटरनेशनल मुकाबले में अर्धशतक जड़ने के बाद उन्हें न सिर्फ टीम (Team India) से बल्कि पूरे स्क्वाड से ही बाहर निकाल दिया है। इसका जीता जागता उदारहण विदर्भ के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज फैज फजल हैं।
फैज ने साल 2016 जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था, और पहले ही मैच में उन्होंने 61 गेंदों पर नाबाद 55 रन की पारी खेली थी, लेकिन इसके बाद भी उन्हें चयनकर्ताओं द्वारा टीम (Team India) से बाहर कर दिया गया।
फैज काफी प्रतिभावान बल्लेबाज माने जाते थे, जिन्होंने फर्स्ट क्लास मैचों में 41 की औसत से 9184 रन बनाए थे, जबकि लिस्ट ए में उनके नाम 3641 रन दर्ज हैं। फैज ने साल 2024 में पेशेवर क्रिकेट से हमेशा-हमेशा के लिए संन्यास ले लिया था।
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