इन 4 खिलाड़ियों को खोल लेनी चाहिए क्रिकेट एकेडमी, अब टीम इंडिया में वापसी के सारे दरवाजे हो चुके बंद

Published - 21 Sep 2025, 06:47 PM | Updated - 21 Sep 2025, 11:37 PM

Team India

Team India : भारतीय चयनकर्ता भविष्य की टीम तैयार करने की दिशा में दिन-प्रतिदिन युवाओं को तरजीह देने में लगे हैं। इस बीच कुछ वरिष्ठ भारतीय क्रिकेटरों के लिए टीम इंडिया (Team India) में वापसी का रास्ता अब पूरी तरह से बंद सा लग रहा है। वर्षों के अनुभव के बावजूद, उनकी हालिया फॉर्म और फिटनेस ने उन्हें टीम में वापसी की दौड़ से बाहर कर दिया है।

ऐसे में विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कठिन परिस्थितियों में एक अनुकूल मार्ग अपनाया जाना चाहिए, जैसे टीम इंडिया (Team India) वापसी का इंतजार करने के बजाय अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ऐसे में अपनी खुद की क्रिकेट अकादमी खोलना आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। इससे उन्हें अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करने के साथ एक नई भूमिका में भारतीय क्रिकेट में योगदान देने का मौका मिलेगा।

बदली Team India की चयन नीति

भारतीय क्रिकेट में बदलाव की आंधी चल रही है। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर भविष्य की युवा इंडियन टीम (Team India) तैयार करने को लेकर लगातार युवा प्रतिभाओं को मौका देर रहे हैं। इनमें कुछ ऐसे भी युवा हैं जो दोनों हाथों से मौकों को भुना भी रहे हैं। और इस तरह वापसी की उम्मीद लगाए कुछ खिलाड़ी निराश हो रहे हैं।

कभी टीम इंडिया (Team India) की धड़कन रहे ये खिलाड़ी अब स्क्वॉड से बाहर हैं और इनके लिए वापसी के सारे दरवाजे लगभग बंद ही नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि क्रिकेट विशेषज्ञ यह कहने से गुरेज नहीं कर रहे कि इन खिलाड़ियों को मौके की राह तकने के बजाय आगे बढ़कर युवाओं को कैसे निखारें उस पर काम करना चाहिए। इसके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प क्रिकेट अकादमी खोलना है, और अपना अनुभव अगली पीढ़ी को तैयार करने में लगाना चाहिए।

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पीछे छूट गए खिलाड़ी

टीम इंडिया (Team India) में परिवर्तन का जो दौर चल रहा है उसमें सबसे ज्यादा निराश चार खिलाड़ी हैं, जो लंबे समय से अपनी वापसी की राह देख रहे हैं लेकिन मौका नहीं मिल पा रहा।

इनमें सबसे पहले नाम आता है ईशान किशन का। अपनी तूफानी बल्लेबाजी और दोहरे शतक से सुर्खियां बटोरने वाले किशन सेलेक्टर्स की गाइडलाइन का पालन न करने के कारण निशाने पर आ गए। घरेलू क्रिकेट खेलने की जगह वे आईपीएल की तैयारियों में लगे रहे, नतीजा यह हुआ कि उन्हें न सिर्फ टीम से बाहर कर दिया गया, बल्कि BCCI कॉन्ट्रैक्ट से भी हटा दिया गया।

दूसरे खिलाड़ी है अजिंक्य रहाणे का। रहाणे ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में टेस्ट मैच खेला था, जो जुलाई 2023 में हुआ था। वह अब तक भारतीय टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं, हालांकि घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन कर रहे है। हाल ही में उन्होंने 2025-26 रणजी ट्रॉफी सीजन से पहले मुंबई टीम की कप्तानी छोड़ी है।

तीसरे खिलाड़ी हैं युजवेंद्र चहल। आईपीएल में धाक जमाने और लगातार विकेट लेने के बावजूद उन्हें नेशनल टीम में जगह नहीं मिलती। जिम्बाब्वे, बांग्लादेश, दक्षिण और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में कई नए स्पिनर्स को मौका मिला, लेकिन चहल का नाम गायब रहा। ऐसा लगता है मानो चयनकर्ता अब उन्हें भविष्य की योजनाओं में शामिल नहीं कर रहे।

चौथे और आखिरी खिलाड़ी मोहम्मद शमी हैं। भारत के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाजों में शुमार शमी चोट और फिटनेस की समस्याओं से जूझते रहे हैं। उस पर उनकी बढ़ती उम्र उनके वापसी के रास्ते को और संकरा कर रही है। वैसे भी टीम मैनेजमेंट अब युवा प्रतिभाओं को ज्यादा मौका देने के पक्ष में हैं।

भारतीय क्रिकेट में संभावित नई भूमिका

ये चारों खिलाड़ी एक दौर में टीम इंडिया (Team India) की जान रहे हैं। शॉ की आक्रामक शुरुआत, किशन की पावर-हिटिंग, चहल की लेग स्पिन और शमी की धारदार गेंदबाज़ी ने भारत को कई बार जीत दिलाई है। लेकिन बदलते वक्त और चयन नीति ने इनके लिए वापसी के रास्ते बंद कर दिए हैं।

ऐसे में क्रिकेट अकादमी खोलना इन खिलाड़ियों के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। इससे वे न सिर्फ अपने अनुभव को अगली पीढ़ी तक पहुंचा पाएंगे, बल्कि भारतीय क्रिकेट को भी लंबी अवधि में मजबूती मिलेगी।

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