4 भारतीय खिलाड़ी जो टीम इंडिया के टी-20 टीम में बिलकुल नहीं बैठते फिट

Published - 22 Aug 2020, 12:37 PM

खिलाड़ी

दुनियाभर में कोरोना वायरस का तांडव लगातार जारी है. चीन से आए इस वायरस ने बाकी खेलों की तरह क्रिकेट को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है. 7 अगस्त को हुए बोर्ड की मीटिंग में आईसीसी ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से टी20 विश्वकप 2020 को 2022 स्थगित कर दिया था. इसी कारण अब साल 2021 में भारत में पूर्व निर्धारित टी20 विश्वकप के लिए सभी टीमें तयारी कर रहीं हैं. इनमें भारतीय टीम भी शामिल है.

इसी बीच महेंद्र सिंह धोनी तथा सुरेश रैना ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया. जिससे आगामी विश्वकप में भारतीय टीम की स्थिति दुविधापूर्ण हो गयी है. क्योंकि अभी तक मीडिया में चल रहा था कि धोनी आईपीएल में अच्छा कर विश्वकप खेल सकते हैं. हालाँकि अब उन्होंने संन्यास ले लिया है तो अब विश्वकप की भारतीय टीम क्या होगी ये चर्चा आम है.

बहुत से खिलाड़ी हैं जो अभी भी मानते हैं कि वो विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं. हालाँकि बीसीसीआई की मंशा को देखें तो उसने लगभग अपनी टीम तैयार कर ली है. हालाँकि कई खिलाड़ी सोच रहे हैं कि यदि वो आईपीएल में अच्छा करते हैं तो वो विश्वकप खेल सकते हैं, जबकि इनमे से कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो बीसीसीआई की स्कीम ऑफ़ थिंकिंग से ही बाहर भी हो चुके हैं.

ऐसे में आज हम आपको ऐसे ही 4 भारतीय बल्लेबाजों के बारे में बताएँगे जो अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद टी20 विश्वकप 2021 टीम में नहीं आ सकते क्योंकि वो बीसीसीआई की स्कीम ऑफ़ थिंकिंग से ही बाहर हो चुके हैं. तो चलिए हम आपको उन 4 खिलाड़ियों से रूबरू कराते हैं.

अजिंक्य रहाणे

भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का सीमित ओवरो के क्रिकेट में ज्यादा बुरा रिकॉर्ड नहीं है. इसके बावजूद रहाणे लगातार भारतीय टीम के सीमित प्रारूप के क्रिकेट से दूर चल रहे हैं. वनडे में रहाणे का औसत लगभग 36 का है, जो वाकई शानदार है. वहीँ टी20 में भी रहाने लगभग 21 की औसत से रन बनाते हैं. जो कि इतना बुरा नहीं है.

क्योंकि टीम में लगातार खेल रहे ऋषभ पंत का भी औसत 21 से नीचे का है. लेकिन इस बार विश्वकप भारत की जमीन पर होना है. जहाँ पर हमेशा स्पिनर्स का बोलबाला रहता है. ऐसे में अजिंक्य रहाणे टीम के लिए अच्छा कर सकते हैं, क्योंकि वो स्पिन शानदार तरीके से खेलते हैं. लेकिन बावजूद इसके भारतीय चयनकर्ता उन्हें लगातार भारतीय टीम से बाहर किये हुए हैं.

जिसे देखकर साफ़ पता चलता है कि रहाणे सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम मैनेजमेंट की स्कीम ऑफ़ थिंकिंग से बाहर हो चुके हैं. यही कारण है आईपीएल में रहाणे चाहें जितना अच्छा प्रदर्शन करें उनका टी20 विश्वकप 2021 में खेलना नामुमकिन सा लगता है.

दिनेश कार्तिक

दिनेश कार्तिक टीम इंडिया में तब आए थे जब विकेटकीपर पार्थिव पटेल स्टंप के पीछे बुरी तरह नाकाम हुए थे. उन्होंने 5 सितंबर 2004 को भारत के लिए लॉर्ड्स के मैदान पर वनडे में डेब्यू किया था. उन्होंने शुरू में कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं किया था, जिसके बात टीम में कार्तिक की जगह धोनी को चुना गया. उसके बाद धोनी हर फॉर्मेट में कामयाब हो रहे थे.

इसलिए भारतीय टीम में दूसरे विकेटकीपर की जगह नहीं बन पा रही थी. इसके बावजूद कार्तिक ने हार नहीं मानी और अपनी बल्लेबाजी बेहतर करने लगे. वो टीम इंडिया में कई बार बैक-अप विकेटकीपर और मिडिल ऑर्डर बैट्समैन के तौर पर शामिल होते रहे. विश्वकप 2019 में भी दिनेश कार्तिक को चुना गया हालाँकि उन्हें इस विश्वकप में केवल एक बल्लेबाज के तौर पर चुना गया था.

विश्वकप में फ्लॉप होने के बाद से दिनेश कार्तिक की दोबारा टीम में वापसी नहीं हुई. और अब ऐसा लग रहा है कि यह खिलाड़ी बीसीसीआई की स्कीम ऑफ़ थिंकिंग से भी कोसो दूर है. इसी कारण इस खिलाड़ी को टी20 विश्वकप 2021 में चुना जाना लगभग नामुमकिन है.

रॉबिन उथप्पा

भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार विकेटकीपर बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा आईपीएल में लगातार शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं. हालाँकि पिछले वर्ष रॉबिन का बल्ला नहीं चला, जिसके कारण वो बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए थे. इसी वजह से कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया था. इस आईपीएल में उथप्पा राजस्थान रॉयल की टीम से खेलते नजर आ आयेंगे.

उथप्पा भी भारतीय टीम में वापसी को लेकर बेकरार हैं, हालही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो धोनी की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम के लिए विकेट कीपर बल्लेबाज तथा फिनिसर की भूमिका निभा सकते हैं. हालाँकि टीम में पहले से ही विकेट कीपर के तौर पर संजू सैमसन, ऋषभ पंत तथा केएल राहुल के रूप में 3 विकल्प मौजूद हैं.

ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट उथप्पा को मौका देंगी ये आसार बहुत कम हैं. क्योंकि यह खिलाड़ी भी 2017 के बाद से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. टीम के चयनकर्ता की स्कीम ऑफ़ थिंकिंग में इस खिलाड़ी का दोबारा वापसी करना लगभग नामुमकिन है.

केदार जाधव

भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज केदार जाधव ने अपने शानदार खेल की मदद से भारतीय टीम में वनडे और टी20 फॉर्मेट दोनों में ही खेलने में कामयाब रहे. केदार जाधव फिलहाल टी20 टीम का हिस्सा नहीं है लेकिन वनडे टीम में उन पर अभी भी भरोसा जताया जा रहा है.

वनडे में अच्छा प्रदर्शन उन्हें टी20 टीम में वापसी दिला सकता है लेकिन. जब बात टी20 की आती है तो केदार का प्रदर्शन थोडा सामान्य रहा है. इसी कारण मौजूदा समय में भारतीय टीम के मध्यक्रम में जिस तरह के बल्लेबाज हैं उससे तो केदार जाधव का टी20 करियर आगे बढ़ना मुश्किल है.

ऐसे में केदार को टी20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम मनेजमेंट की स्कीम ऑफ़ थिंकिंग से बाहर हैं. जिसके कारण उनका टीम में वापसी करना नामुमकिन है.

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