Gautam Gambhir: टीम इंडिया के नए हेड कोच की रेस में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है. जिन्हें राहुल द्रविड़ का कार्यकाल खत्म होनेके बाद बाद भारतीय टीम में नई जिम्मेदारी मिल सकती है. गंभीर फिलहाल आपीएल में केकेआर के लिए मेंटॉर की भूमिका निभा रहे हैं.
उनके नेतृत्व में कोलकाता ने अच्छा प्रदर्शन किया और प्लेऑफ में क्वलाफीई करने वाली पहली टीम बनीं. अगर गौतम गंभीर भारत कोच नियुक्त किए जाते हैं तो भारतीय टीम की इन 3 बड़ी गलतियों का सुधारा जा सकता है. जिसके बाद टीम इंडिया के प्लेयर्स एक अलग लेवल का प्रदर्शन करते हुए नजर आ सकते हैं.
1. खिलाड़ियों का हुनर पहचान लेना
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) टीम इंडिया के सीनियर्स खिलाड़ियों में एक है. उन्हें क्रिकेट की दुनिया करीब 8 से 10 सालों का अनुभव है. वह दुनिया के हर कोने में जाकर क्रिकेट खेले है और लंबे समय से कोचिंग के पेशे से भी जुड़े हैं.
यही वजह की गंभीर खिलाड़ियों की छोटी से छोटी कमियों को बड़ी आसानी से पकड़ लेते हैं. उनकी यह क्वालिटी टीम इंडिया के काम आ सकती है. उन्होंने भारतीय घरेलू क्रिकेट बहुत ही करीब से देखा है. ऐसे में वह उन खिलाड़ियों को पिक कर सकते हैं जो रियल में टैलेंट होने के बावजूद दरबदर की ठोकरे खा रहे हैं.
2. खिलाड़ियों का हमेशा साथ देना
क्रिकेट एक जनटेलमेंट का गेम कहा जाता है. लेकिन,हीरो बनाना वाले यह खेल बहुत जल्द खिलाड़ियों को अर्श से फर्श पर भी ले आता है. उन परिस्थितियों में एक अच्छे कोच और मार्गदर्शन की जरूरत होती है. इस मामले में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) से बेहतर कोई नहीं हो सकता है. आईपीएल देखा गया हैं कि वह दोनों पारियों के दौरान खामौश बैठे हुए अपने प्लेयर्स की गलतियां नोट करते रहते हैं.
उसके बाद उन्हें दूर करने में अभ्यास के दौरान कड़ी मेहनत करते हैं. इन दिनों उन्हें ऐसा करते हुए केकेआर के लिए मेंटॉर की भूमिका में देखा जा रहा है. इतना ही नहीं गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) खिलाड़ियों की साथ खड़ रहते हैं. आईपीएल में जब विराट कोहली अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज नवीन उल हक से भिड़ गए तो उन्होंने कोहली नहीं बल्कि अपनी टीम के खिलाड़ी का साथ दिया भले ही वह दूसरे मूल्का का था.
3. Gautam Gambhir को बर्दाश्त नहीं है लापरवाही
ईशान किशन ने राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में काफी लापरवाही दिखाई. वहीं सीमित ओवरों में भारतीय टीम के लिए कप्तानी करने वाले हार्दिक पांड्या ने भी जमकर मौज ली. उनका तब मन किया वह ब्रैक के नाम पर बाहर चले गए. लेकिन, गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इस मामले में काफी सख्त है. उनके कोच बनने के बाद खिलाड़ियों की मनमानी नहीं चलने वाली है. क्य़ोंकि वह अअनुशासन खुद भी काफी फॉलो करते हैं तो ऐसे में खिलाड़ियों का क्या मजाल की वह उनके विरूद्ध चले जाए.