टीम इंडिया (Team India) में का हिस्सा बनना हर यंग प्लेयर्स का सपना होता है. वहीं गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है. उनके कार्यकाल में कई युवा खिलाड़ियों को साल 2024 में टी20 प्रारूप में डेब्यू करने का मौका मिला. लेकिन, बोर्ड ने उन्हें मौका देकर थोड़ा जल्दबाजी कर दी. इसी कड़ी में 3 खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो BCCI के लिए सिर्फ कठपुतली बनकर रह जाएंगे. भविष्य में शायद ही इनकी जगह बन पाएगी. आइए जानते हैं उन 3 प्लेयर्स के बारे में...
1. ध्रुव जुरेल
घरेलू क्रिकेट में यूपी की ओर से खेलने वाले ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) की किस्मत ने साल 2024 में कवरट बदली. उनका टीम इंडिया (Team India) में डेब्यू करने का सपना साकार हुआ. जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई 5 मैचों की टी20 सीरीज में ध्रुव जुरेल ने को पर्दापण करने का मौका मिला.
उन्हें शुभमन गिल की कप्तानी में 2 मैचों में खेलने का मौका मिला. लेकिन, बैटिंग में अपना कुछ कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ सकते हैं. बता दें कि डेब्यू मैच में 6 रन बनाकर ही सस्ते में OUT हो गए. भविष्य में भी उनकी जगह टीम में बनती नहीं दिख रही है.
2. तुषार देशपांडे
इस लिस्ट में तेज गेंजबाज तुषार देशपांडे (Tushar Deshpande) का नाम शामिल है. आईपीएल में चेन्नई के लिए खेलते हैं. धोनी के सबसे चहेते खिलाड़ियों में एक हैं. घरेलू क्रिकेट में मुंबई की टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं.लंबे समये से तुषार देशपांडे को टीम इंडिया (Team India) में शामिल करने की मांग की जा रही थी.
फैंस के दबाब में चयनकर्ताओं ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में डेब्यू का मौका दिया. तुषार ने 2 मैच खेले. दोनों ही मैचों में काफी महंगे साबित हुए और 9.16 की इकॉनॉमी से रन लुटाए. ऐसे में भविष्य में उनके करियर पर चाबू चल सकता है.
3. रजत पाटीदार
रजत पाटीदार (Rajat Patidar) घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में धमाकेदार बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं. इन दोनों प्रारूपों में काफी रन बनाए हैं. लेकिन, इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका स्टार्ट कोई खास नहीं रहा. लगातार मौके दिए जाने के बाद भी उनके बल्ले से रन नहीं निकले. इस साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया.
रोहित शर्मा ने 3 मैचों में चांस दिया लिया. लेकिन, रजत बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए. बता दें कि पाटीदार ने 3 मैचों की 6 पारियों में 0, 17, 0, 5 9 और 32 रन की पारी खेली. यही वजह रही कि उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई 2 मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.