Rahul Dravid: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच 25 जनवरी से 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शनिवार की रात 2 मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है. जिसमें एक बार फिर राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) मुख्य हेड कोच की भूमिका में नजर आएंगे.
वहीं रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को कप्तान चुना गया है. जबकि जसप्रीत बुमराह हिटमैन के साथ उपकप्तान होंगे. इस सीरीज में 3 सीनियर्स प्लेयर्स को एक बार भी नकार दिया गया है. जिस तरह से हर श्रृंखला में ये 3 खिलाड़ी बार-बार नजरअंदाज किए जा रहे हैं. उसे देखते हुए ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ये खिलाड़ी जल्द ही अपने संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. आखिर कौन है ये 3 प्लेयर्स आइये जानते हैं....
1. चेतेश्वर पुजारा
इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 5 मैचों की सीरीज के लिए सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा को टीम में शामिल नहीं किया गया. इससे पहले उनके साथ साउथ अफ्रीका दौरे पर खेली गई 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में अनदेखी की गई. मुख्य हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के कार्यकाल में पुजारा को मौका मिल पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा हो गया है.
चेतेश्वर पुजारा गजब की फॉर्म में चल रहे हैं. उनका बल्ला घरेलू क्रिकेट में आग उगल रहा है. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में झारखंड के खिलाफ नाबाद 243 रनों की पारी खेली. इससे पहले मुंबई के खिलाफ नाबाद 55 रन बनाए थे. शानदार परफॉर्म करने बावजूद पुजारा को मौका नहीं मिल रहा. बार-बार नजर अंदाज किए जाने के बाद यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकता है.
2. अजिंक्य रहाणे
टीम इंडिया के लिए कप्तानी कर चुके अजिंक्य रहाणे राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के दौर में वापसी करने के लिए दब-ब-दर की ठोकरें खा रहे हैं. मानों चयनकर्ताओ ने कसम खाई हुई है कि वह उनका किसी भी हाल में सिलेक्शन नहीं करेंगे. क्योंकि भारतीय टीम लगाई कई टेस्ट सीरीज खेल चुकी है.
वहीं 26 जनवरी से टीम इंडिया इंग्लैंड के साथ भिड़ने वाली है. लेकिन इस सीरीज में भी रहाणे को शामिल नहीं किया गया. अजिंक्य रहाणे भारत के लिए 85 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 5 हजार से ज्यादा रन बनाए. जिसमें 12 शतक और 26 अर्धशतक शामिल हैं.
3. भुवनेश्वर कुमार
इस लिस्ट में तीसरा आखिरी नाम स्विंग के सरताज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) का है. पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री के काल में भुवी को जमकर मौके मिले. लेकिन राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के शासन में यह प्लेयर एक कठ-पुतली बनकर रह गया है.
भुवनेश्वर कुमार मे घरेलू क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी का नमूना पेश किया, सयैद मुश्ताक अली में उन्होंने 15 विकेट चटकाए थे, जबकि विजय हजारे में 11 विकेट अपने नाम किए. उसके बावजूद भी भुवनेश्वर कुमार जैसे टैलेंटेड खिलाड़ी वापसी के लिए राजनीति का शिकार हो रहा है. बता दें भुवनेश्वर पहले ही अपने बॉयो से इंडियन क्रिकेट का टैग हटा चुके हैं. वह कभी संन्यास का ऐलान कर फैंस को चौका सकते हैं.
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