Yashasvi Jaiswal: टीम इंडिया जुलाई-अगस्त में वेस्टइंडीज़ का दौरा करेगी. जहां पर टीम इंडिया 2 टेस्ट,3 वनडे और 5 टी-20 मैच की सीरीज़ खेलेगी. टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ 12 जुलाई से होने वाला है. जिसके लिए बीसीसीआअई ने 23 जून को टेस्ट टीम का ऐलान कर दिया है.
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) को मौका दिया है. लेकिन उनकी जग इन 3 खिलाड़ियों को मिलना चाहिए जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. इन तीन बल्लेबाज़ों ने इस बार रणज ट्रॉफी क्रिकेट में रनों का अंबार लगाया है.
सरफराज़ खान (Sarfaraz Khan)
साल 2022-23 रणजी ट्रॉफी में रनों का अंबार लगाने वाले सरफराज़ खान को यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की जगह मौका मिलना चाहिए. क्योंकि उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया की टेस्ट टीम में दावा ठोका था. वहीं यशस्वी जायसवाल ने रणजी ट्रॉफी में कुछ खास कमाल नहीं किया था. सरफराज़ खान की बात करे तो उन्होंने इस सीज़न 6 मैच की 9 पारी में 556 रन बनाए हैं. उन्होंने इस सीज़न 92.66 की औसत के साथ रन बनाए हैं. उनके शानदार आंकड़े इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि उन्हें टीम इंडिया में जगह मिलनी चाहिए थी.
मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal)
लिस्ट में दूसरा नाम मयंक अग्रवाल का आता है. उन्होंने भी इस सीज़न रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. हालांकि मयंक इससे पहले टीम इंडिया की टेस्ट टीम में जगह बना चुके हैं. लेकिन वह अपनी जगह को स्थाई करने में नाकाम साबित हुए. यशस्वी जायसवाल की जगह मयंक अग्रवाल का वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में मौका मिलना चाहिए था. मयंक अग्रवाल ने 9 मैच की 13 पारी में 990 रन बनाए हैं. उन्होंने इस दौरान 82.50 की औसत के साथ रनों का अंबार लगाया था. इसके अलावा उन्होंने 3 शतक और 6 अर्धशतक को अपने नाम किया था.
अभिमन्यु ईश्वरण (Abhimanyu Easwaran)
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए यशस्वी जायसवाल की जगह अभिमन्यु ईश्वरण भी हकदार थे. उन्होंने भी इस सीज़न रणजी ट्रॉफी में धमाल का प्रदर्शन किया है. हालांकि उन्हें टीम इंडिया में मौका नहीं मिल सका. उन्होंने साल 2022-23 रणजी ट्रॉफी में 8 मैच की 14 पारियों में 798 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 66.50 की औसत के साथ रन बनाए हैं. इसके अलावा उन्होंने साल 2021-22 रणजी ट्रॉफी सीज़न में भी कमाल का प्रदर्शन किया था. लेकिन शायद वह सिलेक्टर्स की नज़रों में खुद को प्रभावित नहीं कर सके.
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